फिरोजाबाद (Firozabad) में वायरल एवं डेंगू बुखार से मरने वालों की संख्या बढ़कर 47 हो गयी जबकि जिलाधिकारी ने मामले में लापरवाही बरतने पर तीन चिकित्सकों को निलंबित कर दिया हैं. इस बीच भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) का 11 सदस्यीय दल फिरोजबाद पहुंच गया है और बुखार के कारणों का पता लगा रहा है . सदर विधायक मनीष असीजा का दावा है कि मरने वालों की संख्या 61 पहुंच गयी हैं . जिले में वायरल एवं डेंगू बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या दिनों दिन बढ रही है इसके कारण मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक स्वास्थ्य (आगरा मंडल) डॉक्टर ए के सिंह ने बृहस्पतिवार देर शाम बताया कि बुधवार शाम तक 41 लोगों की मौत का आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग के पास मौजूद था. उनके अनुसार देर रात्रि तक चार और लोगों की मौत हुई, जिससे रात्रि तक आंकड़ा 45 पहुंच गया था. सिंह का कहना है कि आज दो और बच्चों की डेंगू बुखार से मौत हुई है जिससे जनपद में अब तक डेंगू एवं वायरल बुखार से पीड़ित लोगों का मौत का आंकड़ा आज बृहस्पतिवार दोपहर तक 47 तक पहुंच गया है.
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स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ साथ 18 सदस्यीय चिकित्सकीय टीम एवं 11 सदस्यीय आईसीएमआर की टीम ने पीड़ित इलाकों में चिकित्सा सुविधा के साथ-साथ बुखार के कारणों का भी पता लगाने का काम शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में आईसीएमआर की टीम ने विभिन्न क्षेत्रों से लारवा एकत्रित किए हैं जिनकी जांच की जा रही है, अभी तक आईसीएमआर की टीम की रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है. टीम के सदस्य क्षेत्र में घूम कर बुखार से पीड़ित लोगों से बातचीत कर रही है और उनके लक्षणों के आधार पर उनके नमूले लेकर कर उसके कारणों का भी पता लगा रही है. बृहस्पतिवार देर शाम जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने डेंगू एवं वायरल बुखार के बढ़ते प्रकोप में लापरवाही के चलते तीन चिकित्सकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया हैं .
जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि चिकित्सक गिरीश श्रीवास्तव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सैलई, डॉक्टर सौरव एवं जनस्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉक्टर रुचि यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है . जिलाधिकारी ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि चिकित्सा कार्य में किसी भी प्रकार का की लापरवाही पायी गयी तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. दूसरी तरफ सदर विधायक मनीष असीजा ने दावा किया हैं कि उनके द्वारा जो सूचना एकत्रित की जा रही है और अब तक मौत का आंकड़ा 61 है. विधायक के अनुसार वह लगातार क्षेत्र में घूम कर पीड़ित परिवारों से मिल रहे हैं और उनके परिवार में हुई मौतों की जानकारी जुटा रहे हैं. इस बीच, लखनऊ में अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बृहस्पतिवार को बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिरोजाबाद की घटना संज्ञान लेते हुए शहरी एवं ग्रामीण निकायों को क्षेत्र में साफ-सफाई करने के निर्देश दिए थे जिसके तहत जनपद मथुरा और फिरोजाबाद में साफ सफाई का विशेष अभियान चलाया जाएगा.
प्रसाद के मुताबिक सर्विलांस को और बेहतर किया जाएगा, सात से 16 सितंबर तक प्रदेशव्यापी सर्विलांस कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे एवं स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर बुखार से पीड़ित और कोविड के लक्षण वाले लोगों की पहचान करेंगे. प्रसाद ने बताया कि मानसून के दौरान जनपद मथुरा और फिरोजाबाद में डेंगू फैलने के साथ ही मथुरा में टायफाइड के मामले भी पाए गए हैं, ऐसे में डेंगू के प्रभावी नियंत्रण के लिए संक्रमण प्रभावित क्षेत्र में जल्द से जल्द निरोधात्मक के साथ उपचारात्मक व ज्वर रोगियों का सर्वेक्षण किया जाएगा. उन्होंने बताया कि जिन ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में एक या उससे अधिक डेंगू रोगी पाए जाएंगे, वहां टीम भेजकर एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जाएगा. प्रसाद ने बताया कि डेंगू के मरीजों की पुष्टि होने पर तीन दिवस के भीतर उस घर एवं आस-पास के 50 घरों में पाइरिथ्रम का छिड़काव कराया जाएगा. इसके साथ ही सक्रिय मामलों को ढूंढना :एक्टिव केस सर्च:, सोर्स रिडक्शन, जन सामान्य की डेंगू रोग के प्रति जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा.
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बुधवार को फिरोजाबाद मेडिकल कालेज की प्रधानाचार्य डा संगीता अनेजा ने बताया था कि 41 लोगों की वायरल एवं डेंगू बुखार से मौत हो चुकी है, जिसमें 36 लोग शहर के हैं जबकि पांच ग्रामीण क्षेत्र से हैं . गौरतलब हैं कि पिछले लगभग दो सप्ताह से फिरोजाबाद में वायरल बुखार का तेजी से फैलता संक्रमण धीरे-धीरे डेंगू में परिवर्तित हुआ और पिछले एक सप्ताह में डेंगू का प्रकोप जनपद के शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक में फैला. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 30 अगस्त को फिरोजाबाद पहुंचे थे और बीमारी से पीड़ित लोगों का हाल जानने के साथ-साथ इसे नियंत्रित करने के निर्देश दिए थे.
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