विज्ञापन
This Article is From Mar 09, 2022

दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने बुल्ली बाई और सुल्ली डील्स ऐप केस में दाखिल की 2700 पन्नों की चार्जशीट

पुलिस ने नीरज बिश्नोई को बुल्ली बाई ऐप लिए मुख्य आरोपी बनाया गया है, जबकि सुल्ली डील्स के लिए ओंकारेश्वर ठाकुर को आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने चार्जशीट 4 मार्च को दाखिल की थी.

दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने बुल्ली बाई और सुल्ली डील्स ऐप केस में दाखिल की 2700 पन्नों की चार्जशीट
पुलिस ने 2000 पेज में बुल्ली बाई और 700 पेज में सुल्ली डील्स की चार्जशीट दाखिल की है.
नई दिल्ली:

दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की साइबर सेल ने बुल्ली बाई ऐप (Bulli Bai App) और सूली डील्स ऐप  (Sulli Deals App) मामले में पटियाला हाउस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में ओंकारेश्वर ठाकुर और नीरज बिश्नोई को आरोपी बनाया है. पुलिस ने कुल 2700 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है. 2000 पेज बुल्ली बाई और 700 पेज सुल्ली डील्स की है.

पुलिस ने नीरज बिश्नोई को बुल्ली बाई ऐप लिए मुख्य आरोपी बनाया गया है, जबकि सुल्ली डील्स के लिए ओंकारेश्वर ठाकुर को आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने चार्जशीट 4 मार्च को दाखिल की थी. बता दें कि इन मोबाइल ऐप्लीकेशन (ऐप्स) के जरिए सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों को बिना उनकी मंजूरी के इस पर नीलामी के लिए डाला गया था.

इस साल की शुरुआत में पुलिस ने सुल्ली डील्स ऐप्स बनाने के आरोपी ओंकारेश्वर ठाकुर को इंदौर से दबोचा था.  दिल्ली पुलिस ने बुल्ली बाई ऐप के मास्टरमाइंड नीरज बिश्नाई से हुई पूछताछ के आधार पर उसे पकड़ा था. ‘बुल्ली बाई' ऐप के मास्टर माइंड नीरज बिश्नोई  की उम्र 21 है. उसे दिल्ली पुलिस ने असम के जोरहाट से पकड़ा था.

कौन है सुल्ली डील्स ऐप का मास्टरमाइंड ओंकारेश्वर ठाकुर, ऐसे रची मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ साजिश 

बीटेक सेकेंड ईयर का छात्र बिश्नोई अपने इंजीनियरिंग कॉलेज वीआईटी भोपाल के सीहोर (मध्य प्रदेश) में कभी क्लासेस लेने नहीं गया. ऑनलाइन पढ़ाई के जरिये ही उसने टेक्नोलॉजी की बारीकियां सीखीं.

बुल्ली बाई ऐप के मास्टरमाइंड ने खुदकुशी का प्रयास किया, कई बड़े राज उगले 

ओंकारेश्वर 25 साल का है और इंदौर के न्यूयॉर्क सिटी टाउनशिप का निवासी है. उसने आईपीएस एकेडमी इंदौर से बीसीए किया था. दिल्ली पुलिस  की साइबर क्राइम यूनिट द्वारा गिरफ्तारी के वक्त ओंकारेश्वर घर पर ही था. ओंकारेश्वर के अनुसार, GitHub पर ग्रुप के सभी मेंबर का संपर्क था. उसे ट्विटर अकाउंट पर ऐप को भी शेयर किया था. ओंकारेश्वर का कहना है कि समूह के सदस्यों की मदद से मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें अपलोड की गई थीं.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com