तिरुवनंतपुरम:
केरल में बंद के दौरान कथित तौर पर मुस्लिम लीग के कार्यकर्ताओं के साथ झड़प में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई। माकपा ने हत्या के मामले में पार्टी नेता की गिरफ्तारी के विरोध में गुरुवार को राज्य में बंद का आयोजन किया था।
माकपा के लोकसभा सांसद पी करुणाकरन ने बताया कि कासरगोड जिले में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के कार्यकर्ताओं की पिटाई से पार्टी के युवा शाखा के पदाधिकारी मनोज कुमार (24 वर्ष) की मौत हो गई।
सांसद ने पत्रकारों से कहा, "पार्टी ने कन्नूर के जिला सचिव पी. जयराजन की गिरफ्तारी के विरोध में कासरगोड जिले में शांतिपूर्ण जूलुस का आयोजन किया था। जूलुस खत्म होने के बाद आईयूएमएल के कार्यकर्ताओं ने हमारे पार्टी नेताओं पर हमला कर दिया और कुमार उन्हें बचाने गया। उसकी पिटाई से मौत हो गई।"
पूर्व विधायक जयराजन को आईयूएमएल कार्यकर्ता अब्दुल शकूर की हत्या के आरोप में बुधवार को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में कन्नूर जेल भेज दिया गया है।
बंद के दौरान सड़कों पर न तो सरकारी बसें चलीं और न ही निजी। दोपहिया वाहनों और कुछ निजी कारों को हालांकि कुछ स्थानों पर देखा गया। अधिकतर कार्यालय और दुकानें भी बंद रहीं।
कन्नूर में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की दो यूनिट तैनात की गई हैं, जहां विरोध प्रदर्शन का असर सबसे अधिक है।
जयराजन की गिरफ्तारी के बाद माकपा के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर धरना दिया और कांग्रेस एवं आईयूएमएल के कार्यालयों पर हमला किया।
मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद कहा कि बंद के नाम पर हिंसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
माकपा के लोकसभा सांसद पी करुणाकरन ने बताया कि कासरगोड जिले में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के कार्यकर्ताओं की पिटाई से पार्टी के युवा शाखा के पदाधिकारी मनोज कुमार (24 वर्ष) की मौत हो गई।
सांसद ने पत्रकारों से कहा, "पार्टी ने कन्नूर के जिला सचिव पी. जयराजन की गिरफ्तारी के विरोध में कासरगोड जिले में शांतिपूर्ण जूलुस का आयोजन किया था। जूलुस खत्म होने के बाद आईयूएमएल के कार्यकर्ताओं ने हमारे पार्टी नेताओं पर हमला कर दिया और कुमार उन्हें बचाने गया। उसकी पिटाई से मौत हो गई।"
पूर्व विधायक जयराजन को आईयूएमएल कार्यकर्ता अब्दुल शकूर की हत्या के आरोप में बुधवार को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में कन्नूर जेल भेज दिया गया है।
बंद के दौरान सड़कों पर न तो सरकारी बसें चलीं और न ही निजी। दोपहिया वाहनों और कुछ निजी कारों को हालांकि कुछ स्थानों पर देखा गया। अधिकतर कार्यालय और दुकानें भी बंद रहीं।
कन्नूर में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की दो यूनिट तैनात की गई हैं, जहां विरोध प्रदर्शन का असर सबसे अधिक है।
जयराजन की गिरफ्तारी के बाद माकपा के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर धरना दिया और कांग्रेस एवं आईयूएमएल के कार्यालयों पर हमला किया।
मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद कहा कि बंद के नाम पर हिंसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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