दिल्ली में 81 केंद्र बनाए गए हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
कोरोनावायरस (Coronavirus) के खिलाफ देश में निर्णायक जंग के तहत शनिवार से टीकाकरण का महाअभियान (Vaccination Drive in India) शुरू हो गया है. पहले दिन राजधानी दिल्ली (Delhi Vaccination Case) में 81 केंद्र बनाए गए थे. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) ने बताया कि दिल्ली में टीकाकरण के पहले दिन 51 छोटी घटनाएं हुईं, यानी टीका लगने के बाद 51 छोटी प्रतिकूल घटनाएं हुईं. जबकि एक गंभीर मामला भी सामने आया, यानी वैक्सीन लगने के बाद एक स्वास्थ्यकर्मी की हालत गंभीर हुई है.
सत्येंद्र जैन के मुताबिक, कल (शनिवार) 51 माइनर इंसिडेंस हुए हैं, जिनमें कुछ माइनर कॉम्प्लिकेशन हुए और एक मामला थोड़ा गंभीर था, जिसे AIIMS में भर्ती कराया गया है. सिर्फ एक को ही हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा है, बाकी लोगों को थोड़ी देर की निगरानी के बाद छुट्टी दे दी गई. जिस हेल्थकेयर वर्कर को एडमिट कराया गया है, उनकी उम्र 22 साल है और वहां सिक्योरिटी में काम करते हैं. कल रात तक हॉस्पिटल में ही थे, ICU में भर्ती कराया गया था.
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दिल्ली में कोरोना की स्थिति पर उन्होंने कहा, 'कल 295 केस आए थे. पॉजिटिविटी घटते हुए .44 फीसदी पर पहुंच गई है, जो काफी कम है. हम कह सकते हैं कि दिल्ली में कोरोना का तीसरा पीक खत्म हुआ है. केस काफी कम हो रहे हैं. फिर भी मैं कहना चाहूंगा कि सतर्कता जरूर बरतें, मास्क जरूर लगाएं. कल 4317 हेल्थकेयर वर्कर्स को वैक्सीन लगाई गई है. 81 सेंटर्स थे, जहां वैक्सीन लगाई गई है. पूरा अभियान सफल रहा.'
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दिल्ली में वैक्सीन लगवाने वालों का आंकड़ा कम क्यों है, इस सवाल के जवाब में जैन ने कहा, 'पूरे देश में ही करीब 50 फीसदी वैक्सीनेशन हुआ है, दिल्ली में भी 50 फीसदी है. सभी जगह पर आंकड़ा आधे के आसपास ही है. सब जगह एक ही वजह हो सकती है, अलग-अलग नहीं. कुछ लोग आखिरी समय पर सामने नहीं आए. अंदाजा लगाने से फायदा नहीं है कि क्यों सामने नहीं आए. वैक्सीनेशन पूरी तरह से स्वैच्छिक है, अनिवार्य नहीं है. लगवाने वालों को पूरी छूट है. रजिस्टर्ड कराने के बाद भी ऐसा नहीं कि लगवानी ही पड़ेगी.'
सत्येंद्र जैन ने कहा, 'ये सब कुछ जैसा एक्सपर्ट्स ने बताया है, उसी हिसाब से किया जा रहा है. केंद्र सरकार ने जो भी परमिशन दी है, वो पूरी जांच के बाद ही दी है, इस पर घबराने वाली बात नहीं है. पहले वैक्सीनेशन साइट ज्यादा बनाई गई थीं, बाद में धीरे-धीरे कम की गईं. पहले पूरे देश मे 5000 साइट थीं, बाद में 3300 केंद्र ने किया और दिल्ली को 81 किया गया. MCD में पिछले हफ्ते हड़ताल चल रही थी तो इसकी वजह कहीं कोई दिक्कत न हो इसलिए हटाया गया. राजनीति की बात नहीं है, टीका सबको लगाया जाएगा.'
उन्होंने आगे कहा, 'अभी 81 साइट हैं फिर 175 लेकर जाएंगे और फिर 1000 करेंगे और उसमें MCD को भी शामिल करेंगे. ड्राई रन तो हमारे यहां भी बहुत साइट पर हुआ, उनमें से भी बहुत को वैक्सीनेशन साइट नहीं बनाया गया. साइट की संख्या पहले बहुत ज्यादा थी, उसको बाद में कम करना पड़ा. इसको राजनीति से जोड़ने की आवश्यकता नहीं है. आगे सबको शामिल करेंगे. उम्मीद है तब तक हड़ताल नहीं चलेगी.'
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