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This Article is From Apr 06, 2020

'कोरोना' के कहर के बीच NCP प्रमुख शरद पवार ने दिल्‍ली में तबलीगी जमात के कार्यक्रम को लेकर पूछा सवाल..

एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने फेसबुक पर लोगों के साथ लाइव संवाद में कहा था कि महाराष्ट्र सरकार ने इससे पहले यहां इस तरह के आयोजन की अनुमति नहीं दी थी. उन्होंने कहा कि इससे पहले महाराष्ट्र में दो बड़ी सभाएं-एक मुंबई के पास और दूसरी सोलापुर जिले में प्रस्तावित थी.

'कोरोना' के कहर के बीच NCP प्रमुख शरद पवार ने दिल्‍ली में तबलीगी जमात के कार्यक्रम को लेकर पूछा सवाल..
Sharad Pawar ने कहा, महाराष्ट्र सरकार ने ऐसे आयोजन की अनुमति नहीं दी थी
मुंबई:

Coronavirus Outbreak: देशभर में कोरोना वायरस (Coronavirus Outbreak) के कहर के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने सोमवार को सवाल किया कि नई दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज (Nizamuddin event) में तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के धार्मिक आयोजन के लिए अनुमति किसने दी थी. गौरतलब है कि यह कार्यक्रम देश में कोरोना वायरस के बड़ा केंद्र के रूप में उभरा है. इस धार्मिक आयोजन में दो हजार से अधिक लोग एकत्रित हुए थे, बाद में इनमें से कई कोरोना वायरस के संक्रमण के शिकार पा गए. ये कोरोना संक्रमित आयेाजन में भाग लेने के बाद अपने राज्‍यों में पहुंचे जिससे इन राज्‍यों में भी कोरेाना के केसों में इजाफा हुआ.

एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने फेसबुक पर लोगों के साथ लाइव संवाद में कहा था कि महाराष्ट्र सरकार ने इससे पहले यहां इस तरह के आयोजन की अनुमति नहीं दी थी. उन्होंने कहा कि इससे पहले महाराष्ट्र में दो बड़ी सभाएं-एक मुंबई के पास और दूसरी सोलापुर जिले में प्रस्तावित थी. पवार ने कहा कि मुंबई के पास वाले कार्यक्रम के लिए अनुमति पहले ही नहीं दी गई जबकि पुलिस ने राज्य की ओर से जारी परामर्श का उल्लंघन करने के लिए सोलापुर कार्यक्रम (आयोजकों) के खिलाफ सख्त कार्रवाई की. उन्होंने पूछा, “अगर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ऐसे फैसले ले सकते हैं, तो दिल्ली में इसी तरह के कार्यक्रम के लिए अनुमति देने से इनकार क्यों नहीं किया गया और किसने इसके लिए मंजूरी दी?”


पूर्व केंद्रीय मंत्री ने निजामुद्दीन कार्यक्रम को मीडिया में जोर-शोर से उछाले जाने पर भी निराशा जाहिर की. उन्होंने कहा, “मीडिया के लिए इसको इतना उछालना जरूरी क्यों है? यह बेवजह देश में एक समुदाय को निशाना बनाता है.” गौरतलब है कि देश में हुई करीब 15 मौतों और कोविड-19 के 400 से ज्यादा मामलों को पिछले महीने तबलीगी जमात के निजामुद्दीन मुख्यालय में हुए धार्मिक कार्यक्रम से जोड़ा गया है.

गौरतलब है कि भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रभावितों की संख्‍या में लगातार इजाफा हो रहा है. देश में कोरोनावायरस के प्रभावितों की संख्या चार हजार के पार पहुंच गई है, जिनमें से 3,666 का इस वक्त इलाज चल रहा है. अब तक 291 मरीज़ों को उपचार के बाद छुट्टी दी गई है, जबकि एक मरीज़ इलाज के दौरान माइग्रेट कर गया है. कोरोनावायरस के कारण भारत में अब तक 109 लोगों की मौत हो चुकी है. देश में पिछले 24 घंटों में 693 नए मामले सामने आए हैं, और 32 लोगों की मौत हुई है.

वीडियो: कोरोना वायरस के खिलाफ केंद्र सरकार की आक्रामक रणनीति

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