कुछ स्वास्थ्य कर्मियों से तो जबरदस्ती घर खाली करवाए जा रहे हैं
नई दिल्ली: एक तरफ देश ने कोरोनावायरस के खिलाफ जंग में लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मियों को पूरा देश एक साथ सलाम करता है तो वहीं दूसरी तरफ इन्हीं स्वास्थ्य कर्मियों को इस वजह से असहजता का सामना करना पड़ता है. दिल्ली एम्स के स्वास्थ्यकर्मियों ने केंद्रीय मंत्री को चिट्ठी लिखकर उन परिस्थितियों के बारे में बताया है जिसका सामना उन्हें करना पड़ रहा है. एम्स रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के द्वारा लिखे पत्र में डॉक्टरों ने बताया कि कोरोनावायरस जैसे संक्रमण के खिलाफ काम करने की वजह से डॉक्टर, नर्स दूसरे स्वास्थ्यकर्मियों से उनके मकानमालिक घर खाली करवाने का दबाव बना रहे हैं. उन्होंने बताया कि डर का आलम ये है कि कुछ स्वास्थ्य कर्मियों से तो जबरदस्ती घर खाली करवा भी लिए गए हैं.
पत्र के अनुसार इन परिस्थितियों की वजह से कुछ डॉक्टर्स सामान के साथ सड़कों पर आ गए हैं. चूंकि लगभग पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति है इसलिए वह कहीं भी जाने की स्थिति में नहीं है. स्वास्थ्यकर्मियों ने सरकार से अपील की है कि ऐसे लैंडलॉर्ड्स के खिलाफ कुछ कदम उठाएं ताकि वह लोग अपना काम निस्वार्थ तरीके से करते रहे. इसके अलावा स्वास्थ्यकर्मियों ने सरकार से अपील की है कि लॉकडाउन की वजह से अस्पतालों में काम करने वाले कर्मचारियों को आने-जाने में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लिहाजा कोरोनावायरस के खिलाफ जंग लड़ रहे स्वास्थ्यकर्मियों के आने और जाने की व्यवस्था कराई जाए. साथ ही सफर के दौरान उनकी सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाए.
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बता दें कि कोरोना वायरस के मामलों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 519 तक पहुंच गई है. आज संक्रमित मरीजों की संख्या 52 है. जबकि इस वायरस की वजह से 9 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. कोरोना वायरस की वजह से लगभग पूरा भारत लॉकडाउन की स्थिति में है.