मुंबई के कोलाबा में स्थित आदर्श बिल्डिंग घोटाला मामले में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को बॉम्बे हाईकोर्ट से शुक्रवार को राहत मिल गई, लेकिन इस मामले में मौजूदा मंत्री रिटायर्ड जेनरल वीके सिंह फंसते नजर आ रहे हैं।
सेना के ही अफसरों ने उन पर गंभीर आरोप लगाते हुए पूरे मामले को उनके और जेनरल दीपक कपूर का झगड़े का नतीजा बताया है। इस मामले में उन्होंने पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी और पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण को भी कठघरे में खड़ा किया है।
शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आदर्श सोसायटी के सदस्यों ने दावा किया कि सोसायटी जिस ज़मीन पर खड़ी है, वह सेना की नहीं है। आरटीआई के जरिये जुटाई जानकारी के आधार पर सोसायटी के चेयरमैन और रिटायर्ड ब्रिगेडियर टीके सिन्हा ने कहा 'सूचना के अधिकार के तहत जो जानकारी हमें मिली है, वह बताती है कि रक्षा मंत्रालय के पास ज़मीन के मालिकाना हक़ से जुड़ा कोई दस्तावेज़ या जानकारी नहीं है, ये ज़मीन महाराष्ट्र सरकार की है जिसे सोसायटी ने 26 करोड़ रुपये चुकाकर ख़रीदा था।'
डिफेंस एस्टेट ऑफिस के पूर्व सचिव आर सी ठाकुर ने इस पूरे विवाद का ठीकरा एके एंटनी और रिटायर्ड जेनरल वीके सिंह पर फोड़ते हुए कहा, एंटनी साहब के राज में, वीक सिंह के राज में हम बहुत रोए हैं, हमारी आंखें अभी तक गीली हैं।'
उन्होंने ये भी कहा कि आदर्श विवाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे और पूर्व रक्षामंत्री एके एंटनी के बीच झगड़े का भी नतीजा है। चूंकि ज़मीन शिंदे साहब ने दी थी इसलिए एंटनी ने उसमें अड़ंगा लगाया।
सोसायटी की मांग है कि अब उन्हें बिजली-पानी का कनेक्शन मिले ताकी वे अपने आशियाने में रह सकें। आदर्श मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट 12 जनवरी को अगली सुनवाई करेगा।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं