प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम
नई दिल्ली:
मोदी सरकार दो साल पूरे होने का जश्न मना रही है तो इधर कांग्रेस भी चुप नहीं है। वह सरकार की नाकामियों को उजागर करने की कोशिश कर रही है। इसी सिलसिले में कांग्रेस के बड़े नेता शनिवार को देश के अलग-अलग शहरों में 25 प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहे हैं। दिल्ली में कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने बीजेपी के दावों के खिलाफ 'प्रगति की थम गई रफ़्तार, दो साल देश का बुरा हाल' नाम की एक बुकलेट जारी की है।
आर्थिक हालत गंभीर
चिदंबरम ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी की नाकामियों पर बात करते हुए जश्न को झूठा करार दिया है। सरकार की खामियों को गिनाते हुए पूर्व वित्तमंत्री ने कहा कि सरकार नए रोज़गार देने और कृषि उत्पादन बढ़ाने में फेल हो गई है। चिदंबरम ने कहा कि देश में मुद्रास्फीति उफान पर है और देश की आर्थिक हालत गंभीर है। कांग्रेस ने शिवसेना का नाम लेते हुए कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी पार्टी भी उसकी आलोचना करती है और वह समारोह का हिस्सा तक नहीं बन रही है।
कांग्रेस नेता ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह विपक्ष के साथ ठीक से संवाद स्थापित नहीं कर पा रही है। साथ ही विपक्ष की जो अहम आपत्तियां हैं न तो उन्हें गलत साबित किया जा रहा है और न ही उसे मानते हुए अहम बदलाव किए जा रहे हैं। रघुराम राजन के मुद्दे पर चिदंबरम ने कहा कि वित्तमंत्री और आरबीआई गवर्नर के बीच वैचारिक मतभेद होते हैं लेकिन कभी भी वित्तमंत्री अर्थव्यवस्था के प्रति गवर्नर के रुख पर सवाल खड़ा नहीं करता।
यह भी पढ़ें- आख़िर राहुल गांधी क्यों नहीं ले रहे दो साल के जश्न के मौक़े पर मोदी सरकार से मोर्चा?
कौन कहां संभालेगा मोर्चा?
पी चिदंबरम के अलावा शनिवार को हैदराबाद में मल्लिकार्जुन खड़गे, देहरादून में शकील अहमद, बेंगलुरु में सचिन पायलट, अहमदाबाद में अभिषेक मनु सिंघवी प्रेस से बात करेंगे। इस मौके पर कांग्रेस 'प्रगति की थम गई रफ़्तार, दो साल देश का बुरा हाल' नामक बुकलेट में कांग्रेस उन तमाम मुद्दों का ब्योरा देने जा रही है दिन पर वह मोदी सरकार को नाकाम बता रही है। इसमें किसानों की बदहाली के साथ ही आर्थिक मोर्चे से लेकर विदेश नीति और महंगाई से लेकर करप्शन तक की बात शामिल है।
इससे पहले गुरुवार को पार्टी के चार बड़े नेताओं ने कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर मोदी सरकार की विफलताओं को गिनाया। पार्टी ने छोटे छोटे कई वीडियो क्लिप भी पेश किए जिसके ज़रिए कालाधन वापस लाने से लेकर नौजवानों को रोज़गार देने तक के वादे की खिल्ली उड़ाई गई है।
आर्थिक हालत गंभीर
चिदंबरम ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी की नाकामियों पर बात करते हुए जश्न को झूठा करार दिया है। सरकार की खामियों को गिनाते हुए पूर्व वित्तमंत्री ने कहा कि सरकार नए रोज़गार देने और कृषि उत्पादन बढ़ाने में फेल हो गई है। चिदंबरम ने कहा कि देश में मुद्रास्फीति उफान पर है और देश की आर्थिक हालत गंभीर है। कांग्रेस ने शिवसेना का नाम लेते हुए कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी पार्टी भी उसकी आलोचना करती है और वह समारोह का हिस्सा तक नहीं बन रही है।
कांग्रेस नेता ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह विपक्ष के साथ ठीक से संवाद स्थापित नहीं कर पा रही है। साथ ही विपक्ष की जो अहम आपत्तियां हैं न तो उन्हें गलत साबित किया जा रहा है और न ही उसे मानते हुए अहम बदलाव किए जा रहे हैं। रघुराम राजन के मुद्दे पर चिदंबरम ने कहा कि वित्तमंत्री और आरबीआई गवर्नर के बीच वैचारिक मतभेद होते हैं लेकिन कभी भी वित्तमंत्री अर्थव्यवस्था के प्रति गवर्नर के रुख पर सवाल खड़ा नहीं करता।
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कौन कहां संभालेगा मोर्चा?
पी चिदंबरम के अलावा शनिवार को हैदराबाद में मल्लिकार्जुन खड़गे, देहरादून में शकील अहमद, बेंगलुरु में सचिन पायलट, अहमदाबाद में अभिषेक मनु सिंघवी प्रेस से बात करेंगे। इस मौके पर कांग्रेस 'प्रगति की थम गई रफ़्तार, दो साल देश का बुरा हाल' नामक बुकलेट में कांग्रेस उन तमाम मुद्दों का ब्योरा देने जा रही है दिन पर वह मोदी सरकार को नाकाम बता रही है। इसमें किसानों की बदहाली के साथ ही आर्थिक मोर्चे से लेकर विदेश नीति और महंगाई से लेकर करप्शन तक की बात शामिल है।
इससे पहले गुरुवार को पार्टी के चार बड़े नेताओं ने कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर मोदी सरकार की विफलताओं को गिनाया। पार्टी ने छोटे छोटे कई वीडियो क्लिप भी पेश किए जिसके ज़रिए कालाधन वापस लाने से लेकर नौजवानों को रोज़गार देने तक के वादे की खिल्ली उड़ाई गई है।
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