केंद्र सरकार द्वारा BSNL और MTNL के विलय के ऐलान के बाद विपक्षी दलों ने इस फैसले की आलोचना की है और सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की इन दोनों दूरसंचार कंपनियों को ‘क्रोनी कैपिटलिस्ट' (सांठगांठ वाले पूंजीपतियों) को सस्ते दाम पर बेचने की तैयारी है. राहुल गांधी ने NDTV की खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, 'पहला कदम: विलय. दूसरा कदम: कुप्रबंधन. तीसरा कदम: भारी घाटा दिखाना. चौथा कदम: सांठगांठ वाले पूंजीपतियों को सस्ते दाम पर बेच देना.'आपको बता दें कि बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनियों बीएसएनएल और एमटीएनएल के लिए 68,751 करोड़ रुपये के पुनरुद्धार पैकेज को मंजूरी दी.
Step 1: Merge
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 23, 2019
Step 2: Mismanage
Step 3: Show Mega Losses
Step 4: Sell Cheap to Crony Capitalist#BsnlMtnlMerger https://t.co/StKXbjpjuD
इसमें एमटीएनएल का बीएसएनएल में विलय, कर्मचारियों के लिये स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) और 4 जी स्पेक्ट्रम आवंटन शामिल है. विलय प्रक्रिया पूरी होने तक एमटीएनएल प्रमुख दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल की अनुषंगी के रूप में काम करेगी. पुनरुद्धार पैकेज में दोनों कंपनियों की तत्काल पूंजी जरूरतों को पूरा करने के लिए 15,000 करोड़ रुपये के सरकारी बांड, 4 जी स्पेक्ट्रम के लिए 20,140 करोड़ रुपये , कर्मचारियों की वीआरएस के लिए 29,937 करोड़ रुपये और जीएसटी के तौर पर 3,674 करोड़ रुपये की राशि दिया जाना शामिल है. कर्मचारियों की सेवानिवृति के तौर पर दी जाने वाली राशि में कंपनी के 50 प्रतिशत कर्मचा
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