कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस की सरकार को बचाने की कवायद जारी है और लगातार बागी विधायकों को मनाने की कोशिश हो रही है. उधर सोमवार को गठबंधन के सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है. इससे पहले ही सरकार को समर्थन दे रहे 13 विधायक और दो निर्दलीय विधायक इस्तीफा दे चुके हैं. वहीं ऐसे में बीजेपी की ओर से कहा गया है कि वह अभी सरकार बनाने की दावेदारी को लकेर थोड़ा इंतजार करेगी. कर्नाटक बीजेपी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा से यह पूछे जाने पर कि क्या वे दोबारा सत्ता में वापसी के लिए तैयार हैं? इस पर उन्होंने कहा, 'इंतजार करें और देखें.' उन्होंने कहा हम ‘संन्यासी' नहीं हैं जो सरकार बनाने की संभावनाओं से इनकार करेंगे. हालांकि येदियुरप्पा ने यह भी कहा, ''इस्तीफे की प्रक्रिया समाप्त होने और स्पीकर के फैसला लेने के बाद हमारी पार्टी के नेता चर्चा करेंगे और निर्णय लेंगे. "
दरअसल विधायकों द्वारा सौंपे गए इस्तीफे अगर स्वीकार कर लिए जाते हैं, तो मौजूदा गठबंधन सरकार अल्पमत में आ जाएगी. एक महीने पहले ही सरकार में मंत्री बनाए गए दो स्वतंत्र विधायकों एच नागेश और आर शंकर के सरकार छोड़ने और बीजेपी को समर्थन देने के बाद बीजेपी बहुमत को पार कर सकती है.
BJP सांसद का कांग्रेस पर पलटवार- 'अपनी समस्याओं के लिए मुझे और एयरक्राफ्ट को दोष न दें'
यदि 15 विधायकों का इस्तीफा मंजूर हुआ तो 224+1(मनोनीत) सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा की स्ट्रेंथ घटकर 209 हो जाएगी. बहुमत 106 होगा. कांग्रेस-जेडीएस सरकार को 118 विधायकों का समर्थन प्राप्त था, लेकिन अब तक 15 लोगों के इस्तीफे के बाद गठबंधन के पास 103 का ही विधायक रह जाएंगे. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के पास कुल 105 विधायक हैं. नागेश और आर शंकर के समर्थन से उसका आंकड़ा 107 होगा, जो मौजूदा संख्या के अनुसार सरकार गठन के लिए जरूरी है. हालांकि सब कुछ स्पीकर द्वारा इस्तीफे स्वीकार किए जाने पर निर्भर करता है.
येदियुरप्पा ने कहा, "सरकार सुचारू रूप से चलेगी. दो स्वतंत्र विधायकों ने राज्यपाल से कहा कि वे बीजेपी का समर्थन करेंगे. अब हम 105 + 2 = 107 हैं."
कर्नाटक: कांग्रेस और जेडीएस के सभी मंत्रियों ने दिया इस्तीफा, नई कैबिनेट का पुनर्गठन जल्द
बता दें राज्य विधानसभा के चुनाव में बीजेपी ने 104 सीटें जीतीं और बहुमत से मात्र 9 सीटें दूर रह गई थी. इस दौरान कांग्रेस ने 80 सीटें और जेडीएस को 37 सीटें मिली थीं। 17 मई 2018 को बीजेपी के नेता बीएस येदियुरप्पा ने सरकार बनाने का दावा पेश किया और मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. हालांकि बहुमत साबित न कर पाने के चलते बाद में उन्हें पद छोड़ना पड़ा और जेडीएस-कांग्रेस ने बाहर से एक बसपा और दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन लेकर सरकार बनाई.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं