कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों ने उन्नाव रेप पीड़िता के सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल होने का मुद्दा बुधवार को भी लोकसभा में उठाया. विपक्ष ने सरकार पर इस मामले में चुप्पी साधने का आरोप लगाते हुए सदन से वॉकआउट भी किया. सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि हमने मंगलवार को यहां उन्नाव का मामला उठाया था और गृह मंत्री के बयान की मांग की थी. अब पीड़ित परिवार का कहना है कि उनको जान से मारने और जेल में डालने की धमकी दी जा रही है. जब इस मामले में सीबीआई जांच चल रही है, तो फिर ऐसा क्यों हो रहा है? उन्होंने कहा कि इसी सदन में जब पीठासीन सभापति रमा देवी के बारे में यहां गलत शब्द बोला गया था तो समूचे सदन ने उसकी निंदा की थी. सरकार के मंत्री भी इस पर खूब बोले.
उन्नाव बलात्कार पीड़ित के परिवार की ओर से लिखी गई चिट्ठी पर सीजेआई ने रिपोर्ट मांगी
उन्होंने कहा कि अब सरकार इस मामले पर चुप क्यों हैं? इस पर सरकार और गृह मंत्री जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं? इस दौरान भाजपा के कई सदस्य अपने स्थान पर खड़े होकर चौधरी की बात का विरोध करते नजर आए. इस दौरान दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई. चौधरी ने कहा कि सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है इसलिए वे वाकआउट कर रहे हैं. इस दौरान सदन में कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी भी मौजूद थीं. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोकझोंक के बाद कांग्रेस और द्रमुक, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी व आईयूएमएल के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया.
वहीं, आरएसपी के एन के प्रेमचंद्रन ने उत्तर प्रदेश में एक युवक को कथित तौर पर जलाए जाने का मुद्दा उठाया और दावा किया कि जय श्रीराम नहीं बोलने पर इस घटना को अंजाम दिया गया. इसके बाद वह सदन से वॉकआउट कर गए. तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि जब पश्चिम बंगाल का मुद्दा यहां उठाया जाता है तो फिर उत्तर प्रदेश का मुद्दा क्यों नहीं उठाया जा सकता? इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सदस्यों ने सहमति बनाई थी कि यहां राज्यों के विषय नहीं उठाए जाएंगे.
उन्नाव रेप केस मामले पर लोकसभा में हंगामा,10 प्वाइंट में जानें किस नेता ने क्या कहा
अगर आप लोग सहमत हैं कि राज्यों के विषय उठाए जाएं तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है. कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने मंगलवार को भी लोकसभा में उन्नाव का मामला उठाया था और गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग करते हुए नारेबाजी की तथा सदन से वाकआउट किया. गौरतलब है कि पिछले रविवार को हुए सड़क हादसे में उन्नाव बलात्कार मामले की पीड़िता गंभीर रूप से घायल हो गई. हादसे में पीड़िता की मौसी, चाची और ड्राइवर की मौत हो गई. पीड़ित महिला और उसके वकील को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
VIDEO: कोर्ट से संसद तक पहुंचा उन्नाव का मामला.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं