हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज धनशोधन के एक मामले के संबंध में गुरुवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय ने उनसे नौ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की. सिंह लाल बत्ती ढकी अपनी सरकारी कार से यहां करीब दोपहर 12 बजे एजेंसी के कार्यालय पहुंचे और रात करीब 9:20 बजे निकले.
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि मामले के जांच अधिकारी ने धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत मुख्यमंत्री का बयान दर्ज किया. समझा जाता है कि आईओ ने उनके सामने कुछ दस्तावेज रखे जो एजेंसी ने कथित रूप से आय से अधिक संपत्ति के मामले में जब्त और बरामद किए. सूत्रों ने कहा कि सिंह के सामने दर्जनों सवाल रखे गए और उन्हें दोबारा बुलाया जा सकता है.
इससे पहले मुख्यमंत्री अपनी परंपरागत 'हिमाचली टोपी' पहने हुए यहां पहुंचे तो उन्होंने मौके पर मीडियाकर्मियों से बात नहीं की और हवा में हाथ उठाते हुए दिखे और वह देशभक्ति की कविता की कुछ पंक्तियां गाते सुने गए : 'सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैं, देखना है जोर कितना बाजू ए कातिल में है.' मुख्यमंत्री ने गत सप्ताह एजेंसी को अपना जवाब भेजा था, जिसमें उन्हें अभी तक उसके समक्ष पेश ना होने के कारण बताए थे और पेश होने के लिए एक नई तारीख मांगी, जिसके बाद उन्हें आज पेश होने का समन जारी किया गया.
ईडी ने बुधवार को दिल्ली उच्च न्यायालय में ऐसा कोई भी आश्वासन देने से इनकार कर दिया था कि जब सिंह उसके समक्ष पेश होंगे तो उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा.
सीबीआई ने कथित तौर पर आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक करीब 10 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित करने के लिए सिंह, उनकी पत्नी और अन्य लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था, जिसके बाद ईडी ने यह समन जारी किए. एजेंसी ने पहले भी सिंह को समन भेजा था, लेकिन तब उन्होंने आधिकारिक प्रतिबद्धताओं के चलते पेश होने में असमर्थता जताई थी. ईडी ने इस मामले में उनकी पत्नी प्रतिभा और बेटे विक्रमादित्य से भी पूछताछ की है. (इनपुट भाषा से)
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि मामले के जांच अधिकारी ने धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत मुख्यमंत्री का बयान दर्ज किया. समझा जाता है कि आईओ ने उनके सामने कुछ दस्तावेज रखे जो एजेंसी ने कथित रूप से आय से अधिक संपत्ति के मामले में जब्त और बरामद किए. सूत्रों ने कहा कि सिंह के सामने दर्जनों सवाल रखे गए और उन्हें दोबारा बुलाया जा सकता है.
इससे पहले मुख्यमंत्री अपनी परंपरागत 'हिमाचली टोपी' पहने हुए यहां पहुंचे तो उन्होंने मौके पर मीडियाकर्मियों से बात नहीं की और हवा में हाथ उठाते हुए दिखे और वह देशभक्ति की कविता की कुछ पंक्तियां गाते सुने गए : 'सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैं, देखना है जोर कितना बाजू ए कातिल में है.' मुख्यमंत्री ने गत सप्ताह एजेंसी को अपना जवाब भेजा था, जिसमें उन्हें अभी तक उसके समक्ष पेश ना होने के कारण बताए थे और पेश होने के लिए एक नई तारीख मांगी, जिसके बाद उन्हें आज पेश होने का समन जारी किया गया.
ईडी ने बुधवार को दिल्ली उच्च न्यायालय में ऐसा कोई भी आश्वासन देने से इनकार कर दिया था कि जब सिंह उसके समक्ष पेश होंगे तो उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा.
सीबीआई ने कथित तौर पर आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक करीब 10 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित करने के लिए सिंह, उनकी पत्नी और अन्य लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था, जिसके बाद ईडी ने यह समन जारी किए. एजेंसी ने पहले भी सिंह को समन भेजा था, लेकिन तब उन्होंने आधिकारिक प्रतिबद्धताओं के चलते पेश होने में असमर्थता जताई थी. ईडी ने इस मामले में उनकी पत्नी प्रतिभा और बेटे विक्रमादित्य से भी पूछताछ की है. (इनपुट भाषा से)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं