नागरिकता संशोधन विधेयक (Citizenship Amendment Bill) लोकसभा और राज्यसभा से पास हो चुका है. राष्ट्रपति के दस्तखत के बाद यह कानून की शक्ल अख्तियार कर लेगा. इस बीच पाकिस्तान से दिल्ली के मजनू का टीला इलाके में आकर बसे एक हिंदू परिवार ने कुछ इस तरह इन दिनों को याद किया है कि आप भी जानकर हैरान रह जाएगे. दंपति ने अपनी नवजात बेटी का नाम 'नागरिकता' रखा है.
नागरिकता संशोधन विधेयक के लोकसभा में पास होने के बाद परिवार ने अपनी बेटी को नागरिकता नाम दिया था. बच्ची की मां आरती ने बताया कि वह लोग साल 2012 में दिल्ली आकर बसे थे. तब से कोशिश कर रहे थे कि वह भारत के नागरिक कहला सकें लेकिन हर ओर से निराशा हाथ लगी. आरती ने कहा, 'हम लोग 7 साल से भारतीय नागरिकता पाने के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रहे थे लेकिन कहीं से सफलता नहीं मिली. उसके (नागरिकता) जन्म के बाद मुझे यकीन था कि अब हम भारत की नागरिकता पा लेंगे.'
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नागरिकता की दादी मीरा दास ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि यह बिल राज्यसभा से भी पास होगा. उन्होंने कहा, 'बच्ची के जन्म के समय हर कोई नागरिकता की बात कर रहा था. इसी वजह से हमने बेटी को भी यही नाम दे दिया. हमें उम्मीद थी कि अब हमें नागरिकता मिल जाएगी. मैं इसके लिए सरकार का शुक्रिया अदा करती हूं.'
बताते चलें कि दिल्ली का मजनू का टीला इलाका वह क्षेत्र है, जहां पाकिस्तान व अन्य पड़ोसी देशों से आए करीब 750 हिंदू परिवार बसे हैं. कई परिवार दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 9 और 11 में भी बसे हैं. आदर्श नगर और सिग्नेचर ब्रिज के पास भी कई अप्रवासी परिवार रहते हैं. इनमें से कई परिवारों ने अपने बच्चों के नाम 'नमामि गंगे', 'गंगापुत्रम', 'भीष्म' और 'एनडीआरएफ' सिंह भी रखे हैं. साल 2016 में बिहार में आई बाढ़ के बाद इन लोगों ने अपने बच्चों को यह नाम दिए.
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