मध्यप्रदेश के सियासी संकट के बीच सोनिया गांधी से मिले मुख्यमंत्री कमलनाथ, मुलाकात के बाद कहा - सब ठीक है

इस बैठक में राज्य के सियासी संकट, राज्यसभा चुनाव, मंत्रिमंडल में विस्तार पर भी चर्चा हुई.

खास बातें

  • कमलनाथ ने सोनिया गांधी से मुलाकात की
  • राज्यसभा चुनाव को लेकर चर्चा
  • राज्य में कैबिनेट विस्तार पर भी हुई बातचीत
नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश में सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. दिल्ली में हुई इस बैठक में राज्य के सियासी संकट और राज्यसभा चुनाव पर चर्चा हुई. मंत्रिमंडल में विस्तार पर भी चर्चा हुई. मुलाकात के बाद कमलनाथ ने कहा, 'पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात हुई, तमाम मुश्किलों पर बात हुई. राज्यसभा उम्मीदवारों को लेकर बातचीत हुई है और जो राजनीतिक घटनाक्रम हुआ है, उसको लेकर भी बातचीत हुई है.' हालांकि कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की नाराजगी और उनके कई करीबियों के संपर्क में नहीं होने के सवाल पर कमलनाथ ने कोई जवाब नहीं दिया.

इस बीच दो विधायकों से अबतक कांग्रेस का संपर्क नहीं हुआ है, जो लौटे हैं वो सीधे मंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं, जो रुके हैं उन्हें भी मंत्री बनना है. सबको मंत्री बनना है, तय फॉर्मूले के मुताबिक करीब 8 जूनियर मंत्रियों से इस्तीफा लिया जा सकता है. इनके स्थान पर 4 से 5 चुनाव जीत चुके वरिष्ठ विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है.

सियासी घमासान के बीच कमलनाथ दिल्ली रवाना, कांग्रेस के सामने सरकार बचाने के साथ एक और चुनौती

राज्य में 230 विधायकों की संख्या के हिसाब से 34 सदस्य मंत्री बनाए जा सकते हैं. इस समय मुख्यमंत्री को मिलाकर 29 मंत्री है. 5 मंत्री और शामिल किए जा सकते हैं. वर्तमान में कांग्रेस 114 विधायक के साथ सत्ता में है, तो भाजपा के 107 विधायक हैं. बसपा के 2, सपा का एक और 4 निर्दलीय विधायक हैं.

मध्यप्रदेश में रिक्त हो रहीं तीन राज्यसभा सीटों के लिए 26 मार्च को चुनाव होना है. इसके लिए नामांकन 13 मार्च तक किए जा सकते हैं. कांग्रेस और बीजेपी की विधानसभा में मौजूदा सीटों को देखते हुए कांग्रेस के खाते में तीन में से दो सीटें आने की संभावना बनी हुई है.

मध्यप्रदेश बीजेपी विधायकों ने गृह मंत्री अमित शाह से मांगी सुरक्षा, पत्र लिख बताई यह वजह...

कांग्रेस में यह दो सीटें सुनिश्चित करने के लिए उम्मीदवारों के नामों को लेकर मंथन चल रहा है. मध्यप्रदेश से कांग्रेस की ओर से ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह को बड़ा दावेदार माना जा रहा है.

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में पिछले मंगलवार से सियासी ड्रामा जारी है. बीजेपी पर कांग्रेस का आरोप है कि उसने उसके चार विधायकों का अपहरण कर लिया. यह कमलनाथ सरकार को अस्थिर करने के लिए किया गया.

हालांकि बीजेपी ने इस आरोप से इनकार किया है. बीजेपी के नेता नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि यह सरकार खुद ब खुद गिर जाएगी, बीजेपी को उसे गिराने की जरूरत नहीं है.

मध्यप्रदेश का सियासी ड्रामा : निर्दलीय एमएलए शेरा भैया भोपाल लौटे, कहा- शेर का अपहरण...!

दूसरी तरफ लापता चार विधायकों में से एक निर्दलीय एमएलए सुरेंद्र सिंह 'शेरा भैया' शनिवार को भोपाल लौट आए और उन्होंने अपहरण की बात से इनकार किया.

मध्यप्रदेश में मचे इस सियासी घमासान के बीच राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं. इन हालात में कांग्रेस के सामने कमलनाथ सरकार को सुरक्षित रखने और साथ ही राज्यसभा की दो सीटें सुनिश्चित करने की भी चुनौती है.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com