विशेष विमान से:
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बुधवार को रात कहा कि दिल्ली उच्च न्यायालय के बाहर हुए आतंकवादी हमले के मामले में कुछ सुराग मिले हैं लेकिन यह कहना जल्दबाजी होगा कि इस घटना के पीछे किस समूह का हाथ है। सिंह ने ढाका से नई दिल्ली वापसी के दौरान अपने साथ मौजूद मीडियाकर्मियों से कहा, हमारे पास कुछ सुराग हैं लेकिन यह कहना जल्दबाजी होगा कि इसके पीछे किस समूह का हाथ है। मुंबई पर 26 नवंबर को हुए आतंकवादी हमले के बाद से लोगों में असुरक्षा की भावना के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने कई तंत्रों की व्यवस्था की और नए कदम उठाए लेकिन निश्चित तौर पर अनसुलझी समस्याएं हैं और आतंकवादी उसका फायदा उठा रहे हैं उन्होंने कहा, उन कमियों को दूर करने के लिए निश्चित तौर पर हमें कठोर प्रयास करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह आश्वस्त हैं कि यह (आतंक के खिलाफ) जंग है और हम उसे अवश्य जीतेंगे। उन्होंने राजनैतिक दलों से आपस में कहासुनी और आरोप-प्रत्यारोप लगाना बंद करने और आतंकवाद की समस्या से साथ मिलकर लड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, मैंने सभी राजनैतिक दलों से सहयोग के बारे में बातचीत की। आपस में झगड़ने और एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप पर समय बर्बाद करने की बजाय मैं सभी राजनैतिक दलों, देश के सभी लोगों से कहूंगा कि आतंकवाद की समस्या से हम कैसे निपट सकते हैं वे इस बारे में अपने ज्ञान और अनुभव को साझा करें। आतंक से लड़ने के लिए सरकार की पहल को गिनाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि गृह मंत्री हर महीने अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करते हैं। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय जांच एजेंसी को आतंकवादी घटनाओं के प्रति संवेदनशील क्षेत्रों में भेजा जाता है।
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