डीजी वंजारा का फाइल फोटो
राजकोट:
सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी डीजी वंजारा के समर्थकों ने रविवार को यहां गोंदल कस्बे में एक रैली में जश्न में हवा में गोलियां चलाई. इसके चलते पुलिस को घटना की जांच शुरू करनी पड़ी है. गुजरात के विवादास्पद एवं पूर्व पुलिस अधिकारी वंजारा अपने समर्थकों द्वारा आयोजित एक रैली में हिस्सा लेने के लिए गोंदल में थे. वह इशरत जहां, सोहराबुद्दीन शेख और तुलसी प्रजापति की कथित फर्जी मुठभेड़ों में मुख्य आरोपी हैं.
सोशल मीडिया पर घटना की एक वीडियो क्लिप में एक व्यस्त सड़क से रैली के गुजरने के दौरान कुछ लोगों को हवा में गोलियां चलाते कथित तौर पर दिखाया गया है. दो लोगों के हाथों में बंदूकें हैं, जो वंजारा के बगल में एक खुली जीप में खड़े हैं जबकि कुछ अन्य लोग बंदूकें लिए हुए हैं और समर्थकों के एक समूह के साथ सड़क पर नाच रहे हैं. वीडियो में कम से कम पांच से छह लोगों को बंदूकें लिए देखा जा सकता है जिनमें से दो लोग हवा में गोलियां चला रहे हैं.
घटना के बारे में जानकारी मिलने पर राजकोट के पुलिस अधीक्षक अंतरीप सूद ने इसकी जांच का आदेश दिया है. उन्होंने बताया,''घटना के बारे में हमें जानकारी मिलने के बाद, मैंने इसकी जांच का आदेश दिया और गोंदल कस्बे के पुलिस अधिकारियों से इसकी जांच करने को कहा है.''
उन्होंने बताया, ''हम जश्न में चलाई गई गोली की वीडियो क्लिप भी जुटा रहे हैं ताकि इसमें शामिल लोगों का पता चल सके. हम उपयुक्त कार्रवाई करेंगे.'' गौरतलब है कि शेख, प्रजापति और इशरत की कथित फर्जी मुठभेड़ों के मामलों में वंजारा जमानत पर रिहा हैं.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सोशल मीडिया पर घटना की एक वीडियो क्लिप में एक व्यस्त सड़क से रैली के गुजरने के दौरान कुछ लोगों को हवा में गोलियां चलाते कथित तौर पर दिखाया गया है. दो लोगों के हाथों में बंदूकें हैं, जो वंजारा के बगल में एक खुली जीप में खड़े हैं जबकि कुछ अन्य लोग बंदूकें लिए हुए हैं और समर्थकों के एक समूह के साथ सड़क पर नाच रहे हैं. वीडियो में कम से कम पांच से छह लोगों को बंदूकें लिए देखा जा सकता है जिनमें से दो लोग हवा में गोलियां चला रहे हैं.
घटना के बारे में जानकारी मिलने पर राजकोट के पुलिस अधीक्षक अंतरीप सूद ने इसकी जांच का आदेश दिया है. उन्होंने बताया,''घटना के बारे में हमें जानकारी मिलने के बाद, मैंने इसकी जांच का आदेश दिया और गोंदल कस्बे के पुलिस अधिकारियों से इसकी जांच करने को कहा है.''
उन्होंने बताया, ''हम जश्न में चलाई गई गोली की वीडियो क्लिप भी जुटा रहे हैं ताकि इसमें शामिल लोगों का पता चल सके. हम उपयुक्त कार्रवाई करेंगे.'' गौरतलब है कि शेख, प्रजापति और इशरत की कथित फर्जी मुठभेड़ों के मामलों में वंजारा जमानत पर रिहा हैं.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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