नई दिल्ली:
राकेश अस्थाना के खिलाफ शिकायतकर्ता हैदराबाद निवासी सतीश सना ने सुप्रीम कोर्ट मे अर्जी दाखिल की है. अर्जी में सुप्रीम कोर्ट से 26 अक्टूबर को सीबीआई की जांच में शामिल होने के नोटिस पर रोक लगाने की मांग की गई है.
अर्जी में सना ने कहा है कि वो जांच में सहयोग करने को तैयार है और सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज जस्टिस एके पटनायक की निगरानी में बयान देने को तैयार है. जब तक जांच पूरी नहीं होती, हैदराबाद पुलिस को उसकी सुरक्षा करने के निर्देश दिए जाएं.
सना का कहना है कि वह 20 अक्टूबर को ही सीबीआई के साथ-साथ मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज करा चुका है.
26 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की और इसी दिन जल्दबाजी में शाम 5.30 बजे उसके घर पर नोटिस चिपका दिया गया.
सीबीआई ने उसे 29 अक्टूबर को बयान के लिए बुलाया है जबकि वह पहले ही बयान रिकार्ड करा चुका है. अर्जी में कहा गया है कि सीबीआई बयान के बहाने उसे केस वापस लेने के लिए डरा धमका सकती है. इसके अलावा उसे जान का खतरा या आजादी छिनने का खतरा भी है.
अर्जी में कहा गया है कि वो जांच में सहयोग करने को तैयार है और वो दिल्ली भी आ सकता है, लेकिन ये जांच जस्टिस पटनायक की देखरेख में हो.
अर्जी में सना ने कहा है कि वो जांच में सहयोग करने को तैयार है और सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज जस्टिस एके पटनायक की निगरानी में बयान देने को तैयार है. जब तक जांच पूरी नहीं होती, हैदराबाद पुलिस को उसकी सुरक्षा करने के निर्देश दिए जाएं.
सना का कहना है कि वह 20 अक्टूबर को ही सीबीआई के साथ-साथ मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज करा चुका है.
26 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की और इसी दिन जल्दबाजी में शाम 5.30 बजे उसके घर पर नोटिस चिपका दिया गया.
सीबीआई ने उसे 29 अक्टूबर को बयान के लिए बुलाया है जबकि वह पहले ही बयान रिकार्ड करा चुका है. अर्जी में कहा गया है कि सीबीआई बयान के बहाने उसे केस वापस लेने के लिए डरा धमका सकती है. इसके अलावा उसे जान का खतरा या आजादी छिनने का खतरा भी है.
अर्जी में कहा गया है कि वो जांच में सहयोग करने को तैयार है और वो दिल्ली भी आ सकता है, लेकिन ये जांच जस्टिस पटनायक की देखरेख में हो.