नई दिल्ली:
सीबीआई ने पूर्व रेलमंत्री पवन बंसल के निजी सचिव पवन कुमार बंसल और रेलवे बोर्ड के एक सदस्य के खिलाफ दो नई प्राथमिक जांच का पंजीकरण किया है जो रिश्वतखोरी कांड की जांच का ही हिस्सा है।
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि एजेंसी को जानकारी मिली कि रेलवे बोर्ड सदस्य (इलेक्ट्रिकल) कुल भूषण ने रेलवे की जमीन के विकास के लिए करार देने में कथित रूप से एक निजी बिल्डर का पक्ष लिया।
सूत्रों ने बताया कि भूषण ने कथित रूप से शर्तों में ढील दे दी जिससे करोड़ों रुपये का करार हड़पने में बिल्डर को मदद मिली।
सूत्रों ने बताया कि सीबीआई को इस कथित तरफदारी का पता 10 करोड़ रुपये के रेलवे के नोट के बदले पदस्थापन की जांच के दौरान चला जिसमें कथित रूप से बंसल के भांजा विजय सिंगला और रेल बोर्ड के तत्कालीन सदस्य (स्टाफ) महेश कुमार संलिप्त हैं।
उन्होंने बताया कि आरोपित से पूछताछ और भूषण से संबंधित फाइलों की जांच के दौरान एजेंसी को इन तरफदारियों की जानकारी मिली।
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि एजेंसी को जानकारी मिली कि रेलवे बोर्ड सदस्य (इलेक्ट्रिकल) कुल भूषण ने रेलवे की जमीन के विकास के लिए करार देने में कथित रूप से एक निजी बिल्डर का पक्ष लिया।
सूत्रों ने बताया कि भूषण ने कथित रूप से शर्तों में ढील दे दी जिससे करोड़ों रुपये का करार हड़पने में बिल्डर को मदद मिली।
सूत्रों ने बताया कि सीबीआई को इस कथित तरफदारी का पता 10 करोड़ रुपये के रेलवे के नोट के बदले पदस्थापन की जांच के दौरान चला जिसमें कथित रूप से बंसल के भांजा विजय सिंगला और रेल बोर्ड के तत्कालीन सदस्य (स्टाफ) महेश कुमार संलिप्त हैं।
उन्होंने बताया कि आरोपित से पूछताछ और भूषण से संबंधित फाइलों की जांच के दौरान एजेंसी को इन तरफदारियों की जानकारी मिली।
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