जयपुर:
जयपुर में हाल ही में खुले ‘घाट की गुनी’ सुरंग में ट्रक से कुचले अपनी पत्नी, नवजात बच्ची के शव के सामने अपने बेटे को गोद में लेकर व्यक्ति 40 मिनट तक वहां से गुजरने वालों से मदद मांगता रहा लेकिन किसी ने उसकी सुध नहीं ली।
सुरंग में रविवार को हुई इस घटना में ट्रक ने एक मोटरसाइकिल को टक्कर मारी। घटना में मोटरसाइकिल पर सवार परिवार में से मां और बेटी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पति और बेटे को चोटें आईं।
पुलिस ने बताया कि व्यक्ति करीब 40 मिनट तक मदद के लिए चीखता रहा लेकिन वहां से गुजरने वालों में से कोई भी नहीं रुका। काफी देर बाद जब टोलबूथ कर्मचारी ने उन्हें सीसीटीवी कैमरे में देखा तब उन्हें मदद मिल सकी।
पुलिस ने बताया कि कन्हैया लाल अपनी पत्नी गुड्डी (26), चार वर्षीय पुत्र तनिष और आठ माह की बेटी आरुषि के साथ मोटरसाइकिल पर सुरंग से गुजर रहा था तभी तेज गति ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी।
ट्रक से कुचलकर गुड्डी और आरुषि की मौके पर ही मौत हो गई। कन्हैया लाल ने पुलिस और रिश्तेदारों को फोन करने की कोशिश की लेकिन सिग्नल नहीं होने के कारण वह वाहनों को रोकने की कोशिश करने लगे। पर कोई उनकी मदद को नहीं रुका।
कार्यवाहक पुलिस आयुक्त बिजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि टोलबूथ के कर्मचारियों ने सीसीटीवी मॉनीटर में देखने के बाद घटना के संबंध में पुलिस को जानकारी दी।
एसएमएस अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर डीएस मीणा ने बताया कि पत्नी और बेटी को मरने के बाद अस्पताल लाया गया था और व्यक्ति और बेटे को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है।
सुरंग में रविवार को हुई इस घटना में ट्रक ने एक मोटरसाइकिल को टक्कर मारी। घटना में मोटरसाइकिल पर सवार परिवार में से मां और बेटी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पति और बेटे को चोटें आईं।
पुलिस ने बताया कि व्यक्ति करीब 40 मिनट तक मदद के लिए चीखता रहा लेकिन वहां से गुजरने वालों में से कोई भी नहीं रुका। काफी देर बाद जब टोलबूथ कर्मचारी ने उन्हें सीसीटीवी कैमरे में देखा तब उन्हें मदद मिल सकी।
पुलिस ने बताया कि कन्हैया लाल अपनी पत्नी गुड्डी (26), चार वर्षीय पुत्र तनिष और आठ माह की बेटी आरुषि के साथ मोटरसाइकिल पर सुरंग से गुजर रहा था तभी तेज गति ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी।
ट्रक से कुचलकर गुड्डी और आरुषि की मौके पर ही मौत हो गई। कन्हैया लाल ने पुलिस और रिश्तेदारों को फोन करने की कोशिश की लेकिन सिग्नल नहीं होने के कारण वह वाहनों को रोकने की कोशिश करने लगे। पर कोई उनकी मदद को नहीं रुका।
कार्यवाहक पुलिस आयुक्त बिजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि टोलबूथ के कर्मचारियों ने सीसीटीवी मॉनीटर में देखने के बाद घटना के संबंध में पुलिस को जानकारी दी।
एसएमएस अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर डीएस मीणा ने बताया कि पत्नी और बेटी को मरने के बाद अस्पताल लाया गया था और व्यक्ति और बेटे को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है।
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