नई दिल्ली: 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में सेना के डॉग्स स्क्वाड के साथ-साथ अब सीमा सुरक्षा बल के ऊंट दस्ते भी कदम ताल करते दिखेंगे। पहले ऐसी खबरें थी कि इस बार बीएसएफ के ऊंट दस्ते को परेड से बाहर कर दिया गया है, लेकिन मीडिया में आई खबर के बाद ऊंट दस्ते को फिर शामिल किया गया। इससे पूरे बीएसएफ में खुशी की लहर दौड़ गई है।
ऊंटों के रंग-बिरंगे दस्ते का कोई जवाब नहीं होता है। करीब 40 सालों से यह ऊंट दस्ता परेड में शामिल होकर गणतंत्र दिवस की रौनक बढ़ाता रहा है। दुनिया का यह इकलौता ऊंट दस्ता है। यह न केवल बैंड के साथ राजपथ पर प्रदर्शन करता है बल्कि सरहद पर रखवाली भी करता है।
उधर, दिल्ली में 26 साल बाद सेना के 36 डॉग्स का प्रशिक्षण जोर-शोर से चल रहा है। राजपथ में ये अपने हैंडलर के साथ सही कदमताल कर पाए इसके लिए इन्हें चार महीने की खास ट्रेनिंग दी गई है। कैप्टन ऋषि शर्मा ने बताया कि हमनें इन डॉग्स को ऐसी ट्रेनिंग दी है कि ड्रम और ताली जैसे शोर-शराबा होने के बावजूद मुस्तैदी के साथ परेड करता रहे।