प्रतीकात्मक चित्र
हैदराबाद:
पुलिस ने शहर के एक कारोबारी को बैंकों में कालाधन जमा कराने के लिए अग्रिम भुगतान की फर्जी रसीद तैयार करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. इस कारोबारी पर गलत तरीके से बैंक में करीब 98 करोड़ रुपये जमा कराने का आरोप है.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक कैलाश चंद गुप्ता (65) को नोटबंदी के दौरान जालसाज़ी करके नोट जमा करने के आरोप में गिरफ्तार किया. इसके अलावा गुप्ता के कारोबार में उसका साथ देने के आरोप में पुलिस ने गुप्ता के एक रिश्तेदार नरेदी नरेंद्र कुमार को भी गिरफ्तार किया है.
कैलाश चंद गुप्ता अपने दो बेटे और बहु के साथ मिलकर आभूषण और सोने-चांदी का कारोबार करते हैं. नोटबंदी की घोषणा के बाद कैलाश ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर खुद के पास जमा नकदी को बैंकों में जमा करने के लिए जालसाज़ी का रास्ता अपनाया. उन्होंने इस काम के लिए अग्रिम भुगतान की कुछ जाली रसीदें तैयार कीं. अपने सोने-चांदी और कीमती पत्थरों के कारोबार के लिए इन लोगों ने 3100 ग्राहकों के 57.85 करोड़ रुपये के अग्रिम भुगतान की रसीदें तैयार कीं.
इसके अलावा इन लोगों ने एक अन्य फर्म के नाम की 40 करोड़ रुपये के अग्रिम भुगतान की रसीदें भी तैयार की थीं. ये सभी रसीदें 8 नवंबर की रात 9 से 12 बजे तक प्राप्त होनी दिखाई गई हैं और इन रसीदों के माध्यम से इन लोगों ने विभिन्न बैंकों में अपना काला धन जमा किया था.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक कैलाश चंद गुप्ता (65) को नोटबंदी के दौरान जालसाज़ी करके नोट जमा करने के आरोप में गिरफ्तार किया. इसके अलावा गुप्ता के कारोबार में उसका साथ देने के आरोप में पुलिस ने गुप्ता के एक रिश्तेदार नरेदी नरेंद्र कुमार को भी गिरफ्तार किया है.
कैलाश चंद गुप्ता अपने दो बेटे और बहु के साथ मिलकर आभूषण और सोने-चांदी का कारोबार करते हैं. नोटबंदी की घोषणा के बाद कैलाश ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर खुद के पास जमा नकदी को बैंकों में जमा करने के लिए जालसाज़ी का रास्ता अपनाया. उन्होंने इस काम के लिए अग्रिम भुगतान की कुछ जाली रसीदें तैयार कीं. अपने सोने-चांदी और कीमती पत्थरों के कारोबार के लिए इन लोगों ने 3100 ग्राहकों के 57.85 करोड़ रुपये के अग्रिम भुगतान की रसीदें तैयार कीं.
इसके अलावा इन लोगों ने एक अन्य फर्म के नाम की 40 करोड़ रुपये के अग्रिम भुगतान की रसीदें भी तैयार की थीं. ये सभी रसीदें 8 नवंबर की रात 9 से 12 बजे तक प्राप्त होनी दिखाई गई हैं और इन रसीदों के माध्यम से इन लोगों ने विभिन्न बैंकों में अपना काला धन जमा किया था.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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