Russia-Ukraine Crisis: यूक्रेन में फंसे भारतीयों और खास तौर पर भारत के छात्रों को वहां से निकालने के लिए विदेश मंत्रालय ने अपने प्रयास तेज कर दिए हैं. पोलैंड में स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीयों को यूक्रेन से निकालकर पोलैंड लाने की व्यवस्था की है. उन्हें बसों के जरिए पोलैंड लाया जाएगा और फिर वहां से भारत लाया जाएगा. दूतावास ने यूक्रेन में कठिन हालात का सामना कर रहे भारतीयों को आश्वासन दिया है कि उन्हें बसों के जरिए निकाला जाएगा वे परेशान न हों.
पोलैंड में भारतीय दूतावास ने आज कहा कि यूक्रेन की तरफ 10 बसों का शेहयनी पर इंतज़ाम किया गया है. यह बसें भारतीयों को बाकी चेक पॉइंट पर ले जाएंगी ताकि वे पोलैंड में प्रवेश कर सकें. यह बसें कल से ऑपरेशनल होंगी. जब तक सभी वहां से निकाल न लिए जाएं तब तक यह बसें चलेंगी.
दूतावास ने यूक्रेन में रह रहे भारतीयों से कहा है कि अगर बसों में जगह न मिले तो परेशान या नाराज़ न हों. परिवहन सरकारी खर्च पर होगा. सीमा पर एम्बेसी टेंट लगा रही है. भोजन और पानी की भी व्यवस्था की जा रही है. सीमा चेक पॉइंट पर भीड़ कम करने, सुरक्षित रखने और ठंड से बचाने की व्यवस्था की गई है. बसों का इंतज़ाम किया गया है.
Upon my arrival had a cordial initial meeting with FS @harshvshringla this afternoon. Discussed topical bilateral and international issues and the ways to ensure safety of Indian students in #Ukraine. Expressed our full support to this end.
— Denis Alipov ???????? (@AmbRus_India) February 27, 2022
इधर भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने आज ट्वीट करके कहा कि ''मेरे आगमन के बाद मेरी विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला के साथ दोपहर में सौहार्दपूर्ण प्रारंभिक बैठक हुई. बैठक में सामयिक द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों, यूक्रेन में भारतीय छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के तरीकों पर चर्चा हुई. हमने इसके लिए अपना पूर्ण समर्थन व्यक्त किया.''
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