पश्चिम बंगाल के बर्दवान जिले में हुए विस्फोट के मामले में यहां एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो म्यांमार का नागरिक है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
विस्फोट में दो बांग्लादेशी आतंकवादियों की मौत भी हो गई थी।
गिरफ्तार किए गए कलीद उर्फ खालिद मोहम्मद का ताल्लुक रोहिंगिया सॉलिडरिटी संगठन से है। उसका ताल्लुक बांग्लादेशी आतंकवादी गुट से भी है। कहा जा रहा है कि 28 वर्षीय युवक विस्फोटक विशेषज्ञ है।
एनआईए ने बताया कि कलीद को यहां सोमवार दोपहर गिरफ्तार किया गया, जो बांग्लादेश-म्यांमार सीमा क्षेत्र में कथित रूप से आतंकवादी शिविरों का संचालक भी है।
एनआईए के एक बयान के मुताबिक, उसके पास से आतंकवादी प्रशिक्षण से संबंधित सामग्री वाले वीडियो, विष के ज्ञान से संबंधित किताबें, देशी बम बनाने की विधि, विस्फोटक पदार्थ और आईएसआईएस सहित जिहाद संबंधित साहित्यिक सामग्रियां मिली हैं।
एनआईए ने कहा कि आरोपी ने तहरीक-ए-आजादी अरकान से प्रशिक्षण लेने की बात स्वीकारी है। प्रशिक्षण शिविर के प्रशिक्षक तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के थे।
कलीद हैदराबाद में फर्जी पहचान पत्रों और दस्तावेजों के साथ रह रहा था। एनआईए ने बताया कि उसके पास यात्रा के लिए कानूनी दस्तावेज भी नहीं हैं। एनआईए ने कहा कि मामले की जांच और छानबीन अभी जारी है।
आरोपी को न्यायालय में पेश किया जा सकता है। सूत्रों ने बताया कि उसे कोलकाता ले जाया जा सकता है।
बर्दवान जिले के खग्रागढ़ क्षेत्र में 2 अक्टूबर को एक मकान में हुए विस्फोट में बांग्लादेश के जमात-उल-मुजाहिदीन के दो संदिग्ध आतंकवादी मारे गए थे। मामले की जांच कर रही एनआईए की टीम ने घटना के संबंध में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें जमात-उल-मुजाहिदीन का प्रमुख सदस्य अमजद शेख भी शामिल है और उसे घटना का मास्टर माइंड माना जा रहा है।
एनआईए की चार सदस्यीय टीम को विस्फोट मामले की जांच के सिलसिले में बांग्लादेश भी भेजा गया है। घटना को भारत एवं बांग्लादेश की सुरक्षा के लिए किसी बड़े संभावित खतरे के नजरिए से एनआईए की टीम ढाका में शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात भी की है।
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