BSNL के कर्मचारी ने ऑफिस में फांसी लगाकर दी जान, 10 महीने से नहीं मिली थी सैलरी

भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के एक अनुबंधित कर्मचारी ने पिछले 10 महीने से वेतन नहीं मिलने के कारण बृहस्पतिवार को यहां के दफ्तर में फांसी लगाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली.

BSNL के कर्मचारी ने ऑफिस में फांसी लगाकर दी जान, 10 महीने से नहीं मिली थी सैलरी

प्रतीकात्मक फोटो

खास बातें

  • BSNL के कर्मचारी ने ऑफिस में फांसी लगाकर दी जान
  • 10 महीने से नहीं मिली थी कर्मचारी को सैलरी
  • अंशकालिक सफाईकर्मी के तौर पर काम कर रहा कर्मचारी
केरल:

भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के एक अनुबंधित कर्मचारी ने पिछले 10 महीने से वेतन नहीं मिलने के कारण बृहस्पतिवार को यहां के दफ्तर में फांसी लगाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली. पुलिस ने बताया कि रामकृष्णन जिले में वंडूर का रहने वाला था और वह पिछले 30 साल से अंशकालिक सफाईकर्मी के तौर पर काम कर रहा था. श्रमिक संघ के नेताओं ने बताया कि अनुबंधित कर्मचारी को पिछले 10 महीने से वेतन नहीं मिल रहा था और बीते 130 दिन से वे बकाया वेतन की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. 

BSNL और MTNL के कर्मचारियों के लिये पेश हुई स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना

बता दें कि इससे पहले सरकार ने घाटे में चल रही सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनियों बीएसएनएल और एमटीएनएल के लिए 68,751 करोड़ रुपये के पुनरुद्धार पैकेज को मंजूरी दी थी. इसमें एमटीएनएल का बीएसएनएल में विलय, कर्मचारियों के लिये स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) और 4 जी स्पेक्ट्रम आवंटन शामिल है. 

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया था. दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने पैकेज से जुड़ी जानकारियां साझा करते हुए कहा था कि बीएसएनएल और एमटीएनएल के विलय को मंजूरी दे दी गई है. विलय प्रक्रिया पूरी होने तक एमटीएनएल प्रमुख दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल की अनुषंगी के रूप में काम करेगी. पुनरुद्धार पैकेज में दोनों कंपनियों की तत्काल पूंजी जरूरतों को पूरा करने के लिए 15,000 करोड़ रुपये के सरकारी बांड, 4 जी स्पेक्ट्रम के लिए 20,140 करोड़ रुपये , कर्मचारियों की वीआरएस के लिए 29,937 करोड़ रुपये और जीएसटी के तौर पर 3,674 करोड़ रुपये की राशि दिया जाना शामिल है. 



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