बीएसएनएल की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
संसद में पेश एक सर्वेक्षण के अनुसार देश की सबसे बीमारू सरकारी कंपनियों में बीएसएनएल, एयर इंडिया और एमटीएनएल जैसी कंपनियां शामिल हैं. गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2016-17 के इस सर्वेक्षण में इंडियन ऑयल, ओएनजीसी और कोल इंडिया जैसी कंपनियों के मुनाफे में रहने की बात कही गई है. सार्वजनिक उद्यम सर्वेक्षण 2016-17 के अनुसार सर्वेक्षण में कुल 82 सरकारी कंपनियों के नुकासन में होने की बात सामने आई है. नुकसान में रहने वाली शीर्ष10 कंपनियों का कुल नुकसान में 83.82 प्रतिशत का योगदान रहा है.
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शीर्ष 10 कंपनियों के कुल नुकसान में बीएसएनएल, एयर इंडिया और एमटीएनएल की हिस्सेदारी 55.66 प्रतिशत बताई गई है. जबकि इस दौरान मुनाफे में रही शीर्ष 10 कंपनियों के कुल मुनाफे में इंडियन ऑयल, ओएनजीसी और कोल इंडिया का योगदान 19.69 प्रतिशत, 18.45 प्रतिशत और14.94 प्रतिशत रहा है. खास बात ये है कि हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन और मंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड मुनाफे में रही शीर्ष 10 कंपनियों में स्थान बनाने में कामयाब रही है.
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वहीं हिंदुस्तान फर्टीलाइजर और पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन इस सूची से बाहर हो गई हैं. इस दौरान सभी 257 परिचालित सरकारी कंपनियों का सम्मलित मुनाफा वित्त वर्ष 2015-16 के 1,14,239 करोड़ रुपये की तुलना में 11.7 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2016-17 में 1,27,602 करोड़ रुपये पहुंच गया है.
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शीर्ष 10 कंपनियों के कुल नुकसान में बीएसएनएल, एयर इंडिया और एमटीएनएल की हिस्सेदारी 55.66 प्रतिशत बताई गई है. जबकि इस दौरान मुनाफे में रही शीर्ष 10 कंपनियों के कुल मुनाफे में इंडियन ऑयल, ओएनजीसी और कोल इंडिया का योगदान 19.69 प्रतिशत, 18.45 प्रतिशत और14.94 प्रतिशत रहा है. खास बात ये है कि हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन और मंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड मुनाफे में रही शीर्ष 10 कंपनियों में स्थान बनाने में कामयाब रही है.
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वहीं हिंदुस्तान फर्टीलाइजर और पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन इस सूची से बाहर हो गई हैं. इस दौरान सभी 257 परिचालित सरकारी कंपनियों का सम्मलित मुनाफा वित्त वर्ष 2015-16 के 1,14,239 करोड़ रुपये की तुलना में 11.7 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2016-17 में 1,27,602 करोड़ रुपये पहुंच गया है.
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