2014 के लोकसभा चुनाव में ही BJP का दामन थामने वाले ये सांसद हैं दलित मुद्दे पर मोदी सरकार से नाराज

भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर दलित विरोधी होने का तमगा खुद उनकी ही पार्टी के सदस्य लगा रहे हैं.

2014 के लोकसभा चुनाव में ही BJP का दामन थामने वाले ये सांसद हैं दलित मुद्दे पर मोदी सरकार से नाराज

पीएम मोदी और सीएम योगी (फाइल फोटो)

खास बातें

  • बीजेपी के दलित सांसद सरकार से नाराज.
  • लगातार पीएम मोदी को लिख रहे हैं पत्र.
  • दलित मुद्दे पर नाराज हैं ये सभी सांसद.
नई दिल्ली:

भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर दलित विरोधी होने का तमगा खुद उनकी ही पार्टी के सदस्य लगा रहे हैं. एससी-एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र सरकार पर लगातार कांग्रेस की ओर से दलित विरोधी होने के आरोप लग रहे हैं, और इसी संदर्भ में लगातार बीजेपी के भी दलित सांसद पीएम मोदी को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. बीजेपी के ही कुछ सांसद केंद्र सरकार पर दलितों की अनदेखी का आरोप लगा रहे हैं. हैरान करने वाली बात है कि जिन नेताओं ने अभी तक चिट्ठी लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर की है, वे सभी पहले दूसरी पार्टियों में थे, और ये सभी 2014  या उसके कुछ समय पहले ही बीजेपी का दामन थामा था.

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दिलचस्प बात है कि ये सभी पिछले लोक सभा चुनाव से ठीक पहले दूसरी पार्टियों से बीजेपी में आए हैं. हालांकि, इस लिस्ट में नाना पटोले का नाम भी शामिल है, जो बीजेपी से इस्तीफा दे चुके हैं और अब कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. तो चलिए जानते हैं कि कौन-कौन हैं ये बीजेपी के नेता जो पीएम मोदी से लगातार शिकायत कर रहे हैं...

सावित्री बाई फुले: सावित्रि फुले यूपी के बहराईच से सांसद हैं. उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बसपा से की. जब 2000 में बसपा ने जिला पंतायच चुनाव में सावित्रि फुले की मदद नहीं की, तब उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा. बाद में उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली और बलहा विधानसभा से 2012 में विधायक बनी थीं, और फिर 2014 में बहराईच से सांसद बनीं.

छोटेलाल खरवार: रॉबर्ट्सगंज से बीजेपी सांसद हैं छोटेलाल खरवार. पहले वह समाजवादी पार्टी में थे. बाद में 2014 लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी और चुनाव भी जीता था. 

अशोक कुमार दोहरे: यूपी के इटावा से बीजेपी सांसद हैं अशोक कुमार दोहरे. पहले वह बसपा के वरिष्ठ नेता रह चुके हैं. इतना ही नहीं, वह मायावती सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. 2013 ये भाजपा में शामिल हो गये थे और 2014 में लोकसभा चुनाव जीता था.

उदित राज: उदित राज एक स्वतंत्र दलित नेता हैं, जो दलित राजनीति का एक प्रमुख स्तंभ बनने की कोशिशों में जुटे हैं. 2014 में वह भी लोकसभा चुनाव लड़े थे और उसमें जीत दर्ज की थी. 

नाना पटोले: नाना पटोले पहले बीजेपी से सांसद थे. पिछले साल इन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया था. उससे पहले वह कांग्रेस में थे और फिर से कांग्रेस में आ गेय हैं. यहां ध्यान देने वाली बात है कि नाना पटोले दलित नहीं हैं. 

डॉ यशवंत सिंह: यूपी के नगीना से बीजेपी के सांसद हैं डॉ यशवंत सिंह. इससे पहले वह लोक दल पार्टी के टिकट पर पहली बार विधानसभा चुनाव जीते थे. दूसरी बार उन्होंने बसपा के टिकट पर जीत दर्ज की थी. वह मायावती सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने भी भाजपा का दामन थाम लिया था. 

VIDEO: BJP के एक और दलित सांसद नाराज


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