बेंगलुरु:
कावेरी जल विवाद के कारण एक दुल्हन को कई किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा. इस दुल्हन को अपनी शादी के जोड़े में ही परिजनों के साथ पैदल चलना पड़ा, क्योंकि हिंसक प्रदर्शनों के चलते उन्हें कोई वाहन नहीं मिला.
बेंगलुरु की 25 साल की आर प्रेमा की तमिलनाडु के एक शख्स से शादी तय हुई है. बेंगलुरु में विरोध प्रदर्शनों के चलते शादी से एक दिन पहले उसे मुसीबत का सामना करना पड़ा. क्योंकि दोनों राज्यों के बीच वाहन नहीं चल रहे थे.
जेवर और सिल्क साड़ी पहने प्रेमा ने पहले बस पकड़ी, फिर एक ऑटो किया और सुनसान पड़ी सड़क पर चलकर वह तमिलनाडु के बॉर्डर में स्थित होसुर पहुंची. यहां से ग्रुप ने तय किया कि वह बस से वनियमबाड़ी जाएंगे. यह स्थान 110 किलोमीटर दूर है. एनडीटीवी उनसे वहीं मिला जहां पर वह हाइवे पर चार किलोमीटर चलकर पहुंची थीं.
कॉमर्स की ग्रेजुएट प्रेमा ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि हम मौके के तमाम खुशी के पल गंवा चुके हैं, यह दिन हमें हमेशा याद रहेगा.
प्रेमा ने कहा, हमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हमने 600 लोगों को न्योता भेजा था और अब केवल 20 लोग ही शादी में शामिल होने के लिए आ रहे हैं. दोनों ही तरफ के लोगों को समझना होगा कि यह सही नहीं है और हमें समझना होगा कि हम भारतीय हैं और हम एक भारत का हिस्सा हैं.
शादी में आए लोगों के हाथ में कपड़े, बर्तन और शादी में देने के लिए लाया गया गिफ्ट था. इस बीच प्रेमा के चिंतित मंगेतर का लगातार फोन आता रहा.
बता दें कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बेंगलुरु की सड़कों पर लोगों ने काफी विरोध प्रदर्शन और तोड़फोड़ की. कई गाड़ियों में आग भी लगा दी गई. यह रोष सुप्रीम कोर्ट द्वारा कर्नाटक को तमिलनाडु को कावेरी का पानी देने के आदेश के बाद सड़कों पर दिखाई दिया.
दोनों ही राज्यों में दूसरे राज्य की बसों पर हमले किए गए. बेंगलुरु में भीड़ ने तमिलनाडु की सैकड़ों बसों को आग लगा दी. कर्नाटक ने पहले ही राज्य संचालित बसों को तमिलनाडु जाने से रोक दिया था. होसुर में ऑफिस जाने वाले एक आदमी ने कहा कि कई किलोमीटर चलने के बाद भी उन्हें कोई बस नहीं मिली.
बेंगलुरु की 25 साल की आर प्रेमा की तमिलनाडु के एक शख्स से शादी तय हुई है. बेंगलुरु में विरोध प्रदर्शनों के चलते शादी से एक दिन पहले उसे मुसीबत का सामना करना पड़ा. क्योंकि दोनों राज्यों के बीच वाहन नहीं चल रहे थे.
जेवर और सिल्क साड़ी पहने प्रेमा ने पहले बस पकड़ी, फिर एक ऑटो किया और सुनसान पड़ी सड़क पर चलकर वह तमिलनाडु के बॉर्डर में स्थित होसुर पहुंची. यहां से ग्रुप ने तय किया कि वह बस से वनियमबाड़ी जाएंगे. यह स्थान 110 किलोमीटर दूर है. एनडीटीवी उनसे वहीं मिला जहां पर वह हाइवे पर चार किलोमीटर चलकर पहुंची थीं.
कॉमर्स की ग्रेजुएट प्रेमा ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि हम मौके के तमाम खुशी के पल गंवा चुके हैं, यह दिन हमें हमेशा याद रहेगा.
प्रेमा ने कहा, हमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हमने 600 लोगों को न्योता भेजा था और अब केवल 20 लोग ही शादी में शामिल होने के लिए आ रहे हैं. दोनों ही तरफ के लोगों को समझना होगा कि यह सही नहीं है और हमें समझना होगा कि हम भारतीय हैं और हम एक भारत का हिस्सा हैं.
शादी में आए लोगों के हाथ में कपड़े, बर्तन और शादी में देने के लिए लाया गया गिफ्ट था. इस बीच प्रेमा के चिंतित मंगेतर का लगातार फोन आता रहा.
बता दें कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बेंगलुरु की सड़कों पर लोगों ने काफी विरोध प्रदर्शन और तोड़फोड़ की. कई गाड़ियों में आग भी लगा दी गई. यह रोष सुप्रीम कोर्ट द्वारा कर्नाटक को तमिलनाडु को कावेरी का पानी देने के आदेश के बाद सड़कों पर दिखाई दिया.
दोनों ही राज्यों में दूसरे राज्य की बसों पर हमले किए गए. बेंगलुरु में भीड़ ने तमिलनाडु की सैकड़ों बसों को आग लगा दी. कर्नाटक ने पहले ही राज्य संचालित बसों को तमिलनाडु जाने से रोक दिया था. होसुर में ऑफिस जाने वाले एक आदमी ने कहा कि कई किलोमीटर चलने के बाद भी उन्हें कोई बस नहीं मिली.
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