New Delhi:
राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए दिल्ली हाईकोर्ट विस्फोट की जिम्मेदारी लेने वाले ई-मेल भेजने के आरोप में गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को दिल्ली लेकर आई, जहां उनसे गहन पूछताछ किए जाने की संभावना है। उपमहानिरीक्षक मुकेश सिंह के नेतृत्व में एनआईए की टीम तीनों आरोपियों- शारिक अहमद, आबिद हुसैन और आमिर अब्बास देव को राष्ट्रीय राजधानी लेकर आई और उनके आगे के रिमांड के लिए उन्हें मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किए जाने की संभावना है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि टीम के साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपमहानिरीक्षक (डोडा) मुनीश सिंह भी हैं, जो जांच में एनआईए की मदद करेंगे। देव को एनआईए ने 16 सितंबर को गिरफ्तार किया था, जिसे सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया था। दो अन्य आरोपियों- शारिक और हुसैन को 13 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें 10 दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेजा गया था। तीनों को ट्रांजिट रिमांड पर ले जाया गया है, जिसके बाद उन्हें दिल्ली में मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा। इस दौरान एनआईए उनसे पूछताछ और उन पर वैज्ञानिक परीक्षण करने के लिए अदालत की अनुमति मांगेगी। जांच में उस समय रुकावट आई, जब देव अपने पूर्व के बयान से मुकर गया, जिसमें उसने आतंकी हमले में अपनी भूमिका स्वीकार की थी। सूत्रों ने बताया कि देव विस्फोट में अपनी भूमिका के बारे में अपने पूर्व के विस्तृत बयान से मुकर गया, जिससे पुलिस के लिए मुश्किल खड़ी हो गई।
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