नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफज़ई
खास बातें
- कश्मीर के हालात पर ट्वीट कर चिंता जाहिर की थी मलाला
- प्रतिबंधों के बीच बच्चों के स्कूल जाने को सुनिश्चित करने की अपील की थी
- मलाला के ट्वीट का भाजपा सांसाद शोभा करंदलाजे ने दिया जवाब
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर पर नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई (Malala Yousafzai) के ट्वीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की एक सांसद ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. मलाला के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कर्नाटक से भाजपा सांसद शोभा करंदलाजे (Shobha Karandlaje) ने लिखा कि उन्हें अपने देश में अल्पसंख्यकों के लिए बोलने और उनके साथ समय बिताना चाहिए, जो पाकिस्तान में धर्म परिवर्तन और उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं. इसके साथ ही भारतीय कश्मीर पर बात करते हुए शोभा ने लिखा कि भारत जम्मू-कश्मीर में विकास परियोजनाओं को आगे बढ़ा रहा है और वहां के लोगों की आवाज भी सुनी जा रही है.
पाकिस्तान के पूर्व MLA ने मांगी भारत में शरण तो इमरान खान की पार्टी बोली- जहां चाहें, वहां रहने के लिए आजाद
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के एक पूर्व विधायक ने नई दिल्ली से राजनीतिक शरण मांगी थी. खैबर पख्तूनख्वा के बारिकोट (आरक्षित) सीट के पूर्व विधायक बलदेव कुमार ने कहा था, 'पाकिस्तान में अल्पसंख्यक सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं और उन्हें मूलभूत अधिकारों से भी वंचित रखा जा रहा है. पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचारों में वृद्धि हुई है. मुझे भी दो साल के लिए जेल में डाल दिया गया था.'
इमरान खान की पार्टी के पूर्व MLA बोले- पाक में मुस्लिम भी नहीं हैं सुरक्षित, मुझे भारत सरकार दे शरण, मैं वापस नहीं जाऊंगा
वहीं मलाला यूसुफजई ने संयुक्त राष्ट्र से अपील करते हुए कहा कि वह घाटी में प्रतिबंधों के बीच जम्मू और कश्मीर के स्कूलों में बच्चों की वापसी में मदद करें. इसके साथ ही मलाला ने कहा, 'मैं संयुक्त राष्ट्र से आगे आकर कश्मीर में शांति की दिशा में काम करने, कश्मीर के लोगों की आवाज को सुनने और बच्चों को सुरक्षित स्कूल जाने में मदद करने के लिए अपील करती हूं.' मलाला ने भारत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि घाटी के हालात पर पत्रकारों, मानवाधिकार वकीलों और छात्रों सहित सभी क्षेत्रों के कश्मीरियों ने नाराजगी जताई है.
Video: इमरान खान की पार्टी के पूर्व MLA बलदेव कुमार ने भारत सरकार से शरण देने का आग्रह किया