यह ख़बर 27 सितंबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

भाजपा ने रिटेल में एफडीआई को खारिज किया

खास बातें

  • भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि वह आर्थिक सुधारों की पक्षधर है लेकिन मल्टीब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश राष्ट्रीय हितों के विपरीत है इसलिए खारिज करती है।
सूरजकुंड:

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि वह आर्थिक सुधारों की पक्षधर है लेकिन मल्टीब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) राष्ट्रीय हितों के विपरीत है इसलिए खारिज करती है।

पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आर्थिक सुधारों पर प्रस्ताव पेश करते हुए भाजपा नेता अरुण जेटली ने कहा, "देश के खिलाफ जो भी सुधार होगा हम उसका विरोध करेंगे और उसे खारिज करेंगे। हम सुधारों के विरोधी नहीं हैं लेकिन प्रत्येक बदलाव सुधार नहीं होता है। कुछ परिवर्तन राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंचाते हैं।"

पार्टी द्वारा पारित प्रस्ताव के अनुसार मल्टीब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई से विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार घटेंगे और खुदरा क्षेत्र में रोजगार का सृजन नहीं होगा, जैसा कि सरकार कह रही है।

केंद्र सरकार ने मल्टीब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई में 51 फीसदी की मंजूरी देते हुए कहा था कि इससे मध्यस्थों का खात्मा होगा और किसान लाभान्वित होंगे।

जेटली ने कहा, "यह झूठ है। लाभ विदेशी कम्पनी को होगा न कि किसानों को।"

राज्यसभा में विपक्ष के नेता जेटली ने सरकार के उस दावे को खारिज किया जिसमें कहा गया था कि एफडीआई से खुदरा क्षेत्र में नौकरियों का सृजन होगा। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय खुदरा कम्पनियों ने अतिरिक्त रोजगार सृजन की जगह पुराने रोजगार को खत्म कर दिया।

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खुदरा क्षेत्र में एफडीआई पर आधारित प्रस्ताव के अनुसार जेटली ने कहा कि चीन का उदाहरण देना गलत है।