बिशन सिंह बेदी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और सचिव अजय शिर्के को हटाए जाने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश की भारतीय टीम के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी ने प्रशंसा की है.
बिशन सिंह बेदी ने कहा कि यह भारतीय क्रिकेट और खिलाड़ियों के लिए महत्वपूर्ण फैसला है और सभी को अदालत के फैसले का सम्मान करना चाहिए. यह फैसला खेल और खिलाड़ियों के हित में है. उन्होंने कहा कि यह खुशी का पल नहीं है क्योंकि हमें इस स्थिति में नहीं होना चाहिए था. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने क्रिकेट को अपनी जागीर समझ लिया था. यह फैसला उनके लिए एक सबक है.
बेदी ने कहा कि कानूनी तौर पर इस फैसले की बेहद जरूरत थी और हम इस साहसिक कदम के लिए सर्वोच्च न्यायालय के आभारी हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि क्रिकेट के लिए यह फैसला फायदेमंद साबित होगा और अब साफ-सफाई मुमकिन हो सकेगी.
बता दें कि शीर्ष अदालत ने लोढ़ा समिति की अनुशंसाओं को लागू करने को लेकर साल भर से ज्यादा समय से चल रहे मामले में सोमवार को अपना फैसला सुनाते हुए ठाकुर और शिर्के को अपने पद से हटाने का आदेश दिया.
सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति टी.एस. ठाकुर, न्यायमूर्ति ए. एम. खानविल्कर और न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ की पीठ ने कहा कि अंतरिम प्रबंधन के तहत बीसीसीआई के सबसे वरिष्ठ उपाध्यक्ष, अध्यक्ष का कामकाज संभालेंगे जबकि संयुक्त सचिव, सचिव का कामकाज देखेंगे.
उधर, न्यायालय के इस फैसले के बाद केरल क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों ने भी अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है.
बिशन सिंह बेदी ने कहा कि यह भारतीय क्रिकेट और खिलाड़ियों के लिए महत्वपूर्ण फैसला है और सभी को अदालत के फैसले का सम्मान करना चाहिए. यह फैसला खेल और खिलाड़ियों के हित में है. उन्होंने कहा कि यह खुशी का पल नहीं है क्योंकि हमें इस स्थिति में नहीं होना चाहिए था. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने क्रिकेट को अपनी जागीर समझ लिया था. यह फैसला उनके लिए एक सबक है.
बेदी ने कहा कि कानूनी तौर पर इस फैसले की बेहद जरूरत थी और हम इस साहसिक कदम के लिए सर्वोच्च न्यायालय के आभारी हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि क्रिकेट के लिए यह फैसला फायदेमंद साबित होगा और अब साफ-सफाई मुमकिन हो सकेगी.
बता दें कि शीर्ष अदालत ने लोढ़ा समिति की अनुशंसाओं को लागू करने को लेकर साल भर से ज्यादा समय से चल रहे मामले में सोमवार को अपना फैसला सुनाते हुए ठाकुर और शिर्के को अपने पद से हटाने का आदेश दिया.
सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति टी.एस. ठाकुर, न्यायमूर्ति ए. एम. खानविल्कर और न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ की पीठ ने कहा कि अंतरिम प्रबंधन के तहत बीसीसीआई के सबसे वरिष्ठ उपाध्यक्ष, अध्यक्ष का कामकाज संभालेंगे जबकि संयुक्त सचिव, सचिव का कामकाज देखेंगे.
उधर, न्यायालय के इस फैसले के बाद केरल क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों ने भी अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है.
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