बिहार में चार दिन पहले 22 साल के पत्रकार और आरटीआई एक्टिविस्ट की बेरहमी से की गई हत्या के मामले में आज पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. पुलिस में मामले का पर्दाफाश करते हुए एक नर्स समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश झा ने अपने फोन से आखिरी बात आरोपी नर्स से की थी. नर्स ने ही बुद्धिनाथ को कॉल कर बुलाया था. नर्स के बयानों पर शक होने पर पुलिस ने बुद्धिनाथ झा के फोन की जांच कराई. जिसके बाद सिलसिलेवार ढंग से पुलिस ने इस घटना में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए मामले का राजफाश किया.
बता दें कि, स्थानीय न्यूज पोर्टल के पत्रकार बुद्धिनाथ 'फर्जी' मेडिकल क्लिनिक को लेकर लिखे फेसबुक पोस्ट के दो दिन बाद लापता हो गए थे. बुद्धिनाथ उर्फ अविनाश को 9 नवम्बर की रात अपने घर के पास स्थित क्लीनिक के करीब लगे सीसीटीवी में 9.58 बजे अंतिम बार देखा गया.
उनका घर शहर के पुलिस थाने से मुश्किल से 400 मीटर दूरी पर था. अविनाश को सीसीटीवी में कई बार घर के गली के आगे मुख्य सड़क पर घूमकर फोन पर बात करते हुए देखा गया था. अंतिम बार उन्हें 9 बजकर 58 मिनट पर गले में पीला रंग का गमछा लपेटकर बेनीपट्टी थाने के पास से गुजरता देखा गया था. उसके बाद अविनाश का कुछ पता नहीं लग पाया था.
परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने बुद्धिनाथ का मोबाइल ट्रेस किया, तो बेनीपट्टी थाने से पश्चिम करीब 5 किलोमीटर की दूरी पर बेतौना गांव में 10 तारीख की सुबह 9 बजे के करीब में अंतिम बार मोबाइल ऑन हुआ था, यह बताया गया. बुद्धिनाथ का फोन ट्रेस करते हुए पुलिस आरोपी नर्स पूर्णकला देवी तक पहुंची. पुलिस ने पूर्णकला देवी के साथ बुद्धिनाथ की हत्या में शामिल आरोपी रौशन कुमार साह, बिट्टू कुमार पंडित, दीपक कुमार पंडित, पवन कुमार पंडित और मनीष कुमार को गिरफ्तार किया है.
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