बिहार चुनावों (Bihar Assembly Elections) के बीच चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्षों और महासचिवों को पत्र लिखा है और कोविड-19 के मद्देनजर जनसभाओं में सावधानी बरतने का निर्देश दिया है. आयोग ने 9 अक्टूबर को जारी की गई एडवाइजरी की याद सभी राजनीतिक दलों को दिलाई है. आयोग ने कहा कि ऐसी कई जनसभाओं की जानकारी मिली है, जहां सोशल डिस्टेंसिग के नियमों की अनदेखी की गई. वहां नेता बिना मास्क पहने भाषण दे रहे थे.
आयोग ने हिदायत दी है कि ऐसा करके नेता और उम्मीदवार न केवल आयोग की गाइडलाइंस का उल्लंघन कर रहे हैं बल्कि खुद को और जनता को जोखिम में डाल रहे हैं. आयोग ने इसका संज्ञान लिया है. आयोग ने ऐसे सभी नेताओं की पहचान कर राज्यों के चुनाव विभाग के सीईओ और संबंधित जिलों के डीएम को इस बारे में कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. इसके लिए आयोग अलग से निर्देश जारी कर रहा है.
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गृह मंत्रालय ने 9 अक्टूबर को जारी गाइडलाइंस में कहा था कि चुनावी सभाओं में नेतागण न तो आपस में हाथ मिला सकेंगे, न ही एक-दूसरे के गले लग सकेंगे. MHA की ओर से जारी गाइडलाइंस में कहा गया था कि बंद हाल में होने वाले समारोहों में 200 से ज्यादा लोग हिस्सा नहीं ले सकते हैं. यदि रैली खुले स्थान पर हो रही हो तो भी सभी के लिए मास्क पहनना जरूरी है. इसके अलावा रैलियों में शामिल होने वाले प्रत्येक व्यक्ति के बीच छह फीट की दूरी बनाए रखने के निर्देश दिए गए थे.
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गाइडलाइन में कहा गया था कि नेता गले मिलने या हाथ मिलाने से बचें. आयोजक स्थल पर टिशु पेपर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें. आयोजन स्थल की सफाई की जिम्मेदारी भी आयोजक की होगी लेकिन बिहार चुनाव में हो रही रैलियों में इन गाइडलाइंस दी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.
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