विज्ञापन
This Article is From Sep 09, 2018

Bharat Bandh On 10 September: जानिये भारत बंद में कौन-कौन सी पार्टी नहीं लेगी हिस्सा, किसने ठुकराया कांग्रेस का अनुरोध

Bharat Bandh On 10 September 2018: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के खिलाफ सोमवार को होने वाले भारत बंद (Bharat Bandh) में हिस्सा लेने के कांग्रेस के अनुरोध को शिवसेना ने ठुकरा दिया.

Bharat Bandh On 10 September: जानिये भारत बंद में कौन-कौन सी पार्टी नहीं लेगी हिस्सा, किसने ठुकराया कांग्रेस का अनुरोध
Bharat Bandh On 10 September: कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ भारत बंद का आह्वान किया.
नई दिल्ली: Bharat Bandh On 10 September 2018: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के खिलाफ सोमवार को होने वाले भारत बंद (Bharat Bandh) में हिस्सा लेने के कांग्रेस के अनुरोध को शिवसेना ने ठुकरा दिया. शिवसेना के राज्य सभा सांसद संजय राउत ने कांग्रेस के आग्रह पर जवाब देते हुए कहा कि शिवसेना बंद में हिस्सा नहीं लेगी. इससे पहले महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने कहा कि उन्होंने शिवसेना से भारत बंद का समर्थन करने का आग्रह किया था. चव्हाण ने कहा था कि 'हमें उम्मीद है कि शिवसेना इसका समर्थन करेगी. कीमत में बढ़ोतरी के खिलाफ खुलकर आने के लिए मैंने निजी तौर पर (शिवसेना के राज्यसभा सदस्य) संजय राउत से बात की है, लेकिन हम उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं. वहीं, दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी, ओडिशा की बीजद और पश्चिम बंगाल के टीएमसी ने भी बंद तो समर्थन नहीं दिया है. 

'आप' बंद में शामिल नहीं होगी
दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार को स्पष्ट किया कि वह कांग्रेस द्वारा आहूत सोमवार के भारत बंद में शामिल नहीं होगी. 'आप' के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा, "मुद्दा सही है, लेकिन कांग्रेस को ईंधन मूल्य वृद्धि और भारतीय रुपये में गिरावट के मुद्दे पर कोई नैतिक अधिकार नहीं है. इस बात को हजम कर पाना कठिन है कि कांग्रेस भारत बंद का आह्वान कर रही है.' भारद्वाज ने ठीक यहीं पर मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वह कांग्रेस की नीतियों को आगे बढ़ा रही है.

यह भी पढ़ें : सितंबर में तीसरी बार होगा भारत बंद, शक्ति प्रदर्शन के लिए संगठनों में मची होड़

तृणमूल कांग्रेस ने भारत बंद से बनाई दूरी
तृणमूल कांग्रेस ने भारत बंद से दूरी बना ली है. पार्टी ने कहा कि वह पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी जैसे मुद्दों को उठाती रहेगी, लेकिन विपक्षी पार्टियों के 10 सितंबर के भारत बंद को अपना समर्थन नहीं देगी. पार्टी महासचिव पार्था चटर्जी ने कहा कि इसके बजाय तृणमूल कांग्रेस उस दिन पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस जैसी आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों और रुपये के गिरते मूल्य के विरोध में समूचे राज्य में प्रदर्शन करेगी. पार्था चटर्जी ने कहा, 'हमलोग हड़ताल का विरोध नहीं कर रहे हैं और न ही हम इसमें हिस्सा ले रहे हैं.' उन्होंने कहा कि तृणमूल नहीं चाहती कि इससे जनजीवन प्रभावित हो. 

यह भी पढ़ें : रुपये की गिरती कीमत को लेकर शिवसेना का केंद्र सरकार पर निशाना, कही यह बात...

बीजद बंद का समर्थन नहीं करेगा
ओडिशा में सत्ताधारी बीजू जनता दल (बीजद) ने रविवार को कहा कि वह कांग्रेस की तरफ से सोमवार को आहूत भारत बंद का समर्थन नहीं करेगा. पार्टी ने हालांकि कहा कि वह ईंधन कीमतों में वृद्धि के खिलाफ है. बीजद प्रवक्ता सस्मित पात्रा ने कहा, "हम पेट्रोलियम उत्पादों की मूल्य वृद्धि में भारी वृद्धि के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए पिछले तीन दिनों से पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं."

यह भी पढ़ें : RTI में खुलासा, दुनिया के कई देशों को आधी कीमत पर पेट्रोल-डीजल बेचता रहा है भारत

ओडिशा के सभी स्कूल बंद रहेंगे
सरकार ने हालांकि घोषणा की है कि विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्कूल सोमवार को बंद रहेंगे. इस बीच ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने बंद को सफल बनाने के लिए लोगों से आग्रह किया. उन्होंने कहा कि पार्टी के विधायक सोमवार को विधानसभा की बैठक में शामिल नहीं होंगे, क्योंकि वे बंद में शामिल होंगे.

जेडीएस बंद का समर्थन करेगी
कर्नाटक में सत्तारूढ़ जनता दल (सेक्यूलर) एक सहयोगी के रूप में कांग्रेस के सोमवार को भारत बंद का समर्थन करेगा. 
जेडीएस के एक पदाधिकारी ने कहा, "हमारी पार्टी ने ईंधन कीमतों में भारी वृद्धि और केंद्र की राजग सरकार की अन्य जनविरोधी नीतियों के खिलाफ कांग्रेस के भारत बंद का समर्थन करेगी." चूंकि जद (एस)-कांग्रेस गठबंधन सरकार आधिकारिक रूप से बंद से नहीं जुड़ सकती, इसलिए पार्टी विरोध प्रदर्शनों और राज्य के शहरों व कस्बों में आयोजित होने वाली रैलियों में कांग्रेस के साथ शामिल होगी.

VIDEO : पेट्रोल-डीजल के दाम में रिकॉर्ड बढ़ोतरी


हाल में सवर्णों ने भी किया था भारत बंद
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ केंद्र की मोदी सरकार द्वारा SC/ST एक्ट में किए गए संशोधन के विरोध को लेकर कुछ सवर्ण संगठनों द्वारा 6 सितम्बर को ‘भारत बंद’ (Bharat Bandh) बुलाया गया था. बंद का सबसे ज्‍यादा असर मध्‍य प्रदेश, उत्‍तर प्रदेश और बिहार में देखने को मिला. 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com