बंगाल के बीजेपी प्रमुख दिलीप घोष द्वारा राज्य की पुलिस और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) के खिलाफ सार्वजनिक रैली में अपनी कथित टिप्पणी के बाद विवादों में आ गए हैं. भारतीय जनता पार्टी (BJP) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष के विरुद्ध उनकी कथित टिप्पणी की वजह से स्वतःसंज्ञान लेते हुए कोलाघाट पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है. उन्होंने कथित रूप से कहा था, "तृणमूल कांग्रेस (TMC) के गुंडों और पुलिस से नहीं डरो... अगर आप पर हमला होता है, तो तृणमूल कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों को पीट दो... डरो मत... अगर कोई समस्या होगी, तो हम देख लेंगे..."
कोलकाता में चाइनीज मूल की महिला और उसके ससुर की हत्या, लोहे की बाल्टी से पीटकर मारा
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कथित तौर पर पुलिस व तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पिटाई करने के लिए अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को उकसाया. उन्होंने पुलिस को चेतावनी दी कि वह उन्हें नग्न करके सार्वजनिक रूप से पिटाई करेंगे. उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम को सलाखों के पीछे डाला जा सकता है, तो तृणमूल छोटे मच्छर-मख्खी हैं. फिलहाल पुलिस ने अब उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
सोमवार की रात पूर्वी मिदनापुर जिले के मेचेदा में रैली कर रहे दिलीप घोष ने कहा, ''पुलिस हो या टीएमसी, पीटों उन्हें, फेंक दो उन्हें, मैं जिम्मेदार होऊंगा... मैं कह रहा हूं यदि उन्हें आप नहीं पीटते, तो मैं कहूंगा कि आप वास्तव में भाजपाई नहीं हैं. आप भाजपा के कार्यकर्ता नहीं हो सकते.''
कोलकाता: तेज रफ्तार जगुआर ने मर्सडीज को मारी टक्कर, हादसे में 2 बांग्लादेशियों की मौत
तृणमूल नेता पार्थ चटर्जी ने इस बात की निंदा की, जिसमें दिलीप घोष के प्रति संवेदनशील मानसिकता होने का आरोप लगाया गया था. उन्होंने मीडिया से कहा, "इस तरह की भड़काऊ टिप्पणी राज्य की शांति और स्थिरता को परेशान करने के उद्देश्य से है." वहीं सीपीएम नेता सुजन चक्रवर्ती ने नाराजगी व्यक्त करने के लिए सिर्फ एक शब्द का इस्तेमाल किया, 'बदमाश'.
दिलीप घोष इस बात पर अचंभित हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस ने उनके खिलाफ पहले से ही 22 मामले दर्ज किए हैं और अगर उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमला किया जाता है तो वह बोलना जारी रखेंगे.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं