अगरतला:
बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) आतंकवाद, अपराध और तस्करी पर लगाम लगाने के लिए भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा चुस्त करने और कम से कम 10 नई सीमा चौकियां स्थापित करने पर राजी हो गया है। बीएसएफ के एक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि बीजीबी के अफसरों के साथ शालबागान में स्थित बीएसएफ के त्रिपुरा सीमांत मुख्यालय में पांच दिन बैठक हुई और इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय सीमा से संबंधित मामलों पर चर्चा हुई।
त्रिपुरा और मिजोरम सीमा पर बनेंगी नई चौकियां
पांच सदस्यीय बीजीबी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर्नल सज्जाद हुसैन कर रहे थे जबकि बीएसएफ की टीम में पानीसागर क्षेत्र के उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) डीके शर्मा और तेलियामुरा क्षेत्र के डीआईजी राजीव सिन्हा और वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। बीएसएफ के त्रिपुरा सीमांत के उपमहानिरीक्षक और प्रमुख प्रवक्ता डी. एस. भाटी ने बताया, 'बीजीबी अधिकारियों ने हमें त्रिपुरा और मिजोरम सीमा पर नई चौकियां बनाए जाने के बारे में जानकारी दी।'उन्होंने कहा कि बीजीबी त्रिपुरा और मिजोरम सीमा पर सुरक्षा भी चुस्त करेगा।
पीएम की बांग्लादेश यात्रा के दौरान हुई थी इस मामले पर चर्चा
भाटी ने कहा, 'चटगांव हिल ट्रैक्ट्स (सीएचटी) में प्रस्तावित सीमा चौकियों से पूर्वोत्तर राज्यों में आतंकवाद को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी, क्योंकि त्रिपुरा के आतंकियों सहित भारतीय उग्रवादी समूहों के अधिकांश शिविर दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश के सीएचटी में स्थित हैं।'उल्लेखनीय है कि पिछले साल छह-सात जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ढाका यात्रा के दौरान मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सीमा अपराध और आतंकवादी गतिविधियां रोकने सहित सीमा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की थी।
त्रिपुरा और मिजोरम सीमा पर बनेंगी नई चौकियां
पांच सदस्यीय बीजीबी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर्नल सज्जाद हुसैन कर रहे थे जबकि बीएसएफ की टीम में पानीसागर क्षेत्र के उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) डीके शर्मा और तेलियामुरा क्षेत्र के डीआईजी राजीव सिन्हा और वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। बीएसएफ के त्रिपुरा सीमांत के उपमहानिरीक्षक और प्रमुख प्रवक्ता डी. एस. भाटी ने बताया, 'बीजीबी अधिकारियों ने हमें त्रिपुरा और मिजोरम सीमा पर नई चौकियां बनाए जाने के बारे में जानकारी दी।'उन्होंने कहा कि बीजीबी त्रिपुरा और मिजोरम सीमा पर सुरक्षा भी चुस्त करेगा।
पीएम की बांग्लादेश यात्रा के दौरान हुई थी इस मामले पर चर्चा
भाटी ने कहा, 'चटगांव हिल ट्रैक्ट्स (सीएचटी) में प्रस्तावित सीमा चौकियों से पूर्वोत्तर राज्यों में आतंकवाद को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी, क्योंकि त्रिपुरा के आतंकियों सहित भारतीय उग्रवादी समूहों के अधिकांश शिविर दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश के सीएचटी में स्थित हैं।'उल्लेखनीय है कि पिछले साल छह-सात जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ढाका यात्रा के दौरान मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सीमा अपराध और आतंकवादी गतिविधियां रोकने सहित सीमा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की थी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं