लखनऊ:
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में असम तथा म्यांमार में मुसलमानों पर हो रहे कथित जुल्म की मुखालिफत के नाम पर आंदोलन कर रहे लोगों की भीड़ ने राहगीरों तथा मीडियाकर्मियों पर पथराव कर कई लोगों को घायल और अनेक वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरके चतुर्वेदी ने बताया कि पुराने शहर स्थित टीले वाली मस्जिद में अलविदा जुमे की नमाज अदा करने के बाद लोगों की भीड़ विधानभवन की तरफ बढ़ने लगी। रास्ते में उसने राहगीरों पर पथराव किया और घटना को कवर करने गए मीडियाकर्मियों के साथ हाथापाई की तथा उनके कैमरे तोड़ डाले। उन्होंने बताया कि उग्र आंदोलनकारियों ने रास्ते में खड़े कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया और मीडियाकर्मियों की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की।
वारदात के सुनियोजित होने सम्बन्धी सवाल पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि लोग सम्भवत: टीले वाली मस्जिद में नमाज से पहले हुई तकरीर में म्यांमार तथा असम में मुसलमानों पर हो रहे जुल्म का जिक्र सुनकर भड़के। उन्होंने कहा कि उग्र लोग विधानभवन के सामने प्रदर्शन करने के लिए निकल पड़े और इस दौरान उन्होंने रास्ते में जो भी मिला उस पर हमला बोल दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरके चतुर्वेदी ने बताया कि पुराने शहर स्थित टीले वाली मस्जिद में अलविदा जुमे की नमाज अदा करने के बाद लोगों की भीड़ विधानभवन की तरफ बढ़ने लगी। रास्ते में उसने राहगीरों पर पथराव किया और घटना को कवर करने गए मीडियाकर्मियों के साथ हाथापाई की तथा उनके कैमरे तोड़ डाले। उन्होंने बताया कि उग्र आंदोलनकारियों ने रास्ते में खड़े कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया और मीडियाकर्मियों की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की।
वारदात के सुनियोजित होने सम्बन्धी सवाल पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि लोग सम्भवत: टीले वाली मस्जिद में नमाज से पहले हुई तकरीर में म्यांमार तथा असम में मुसलमानों पर हो रहे जुल्म का जिक्र सुनकर भड़के। उन्होंने कहा कि उग्र लोग विधानभवन के सामने प्रदर्शन करने के लिए निकल पड़े और इस दौरान उन्होंने रास्ते में जो भी मिला उस पर हमला बोल दिया।
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