भारतपे के पूर्व प्रमुख अशनीर ग्रोवर (Former Bharatpe chief Ashneer Grover) ने कंपनी के बोर्ड को पत्र लिखकर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए सीईओ समीर सुहेल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने चेयरमैन रजनीश कुमार के इस्तीफे की भी मांग की है. Bharatpe के पूर्व कर्मचारी करण सारकी द्वारा सोशल मीडिया पर अशनीर की बहन की एक टिप्पणी के जवाब में समीर ने कहा, 'बहन-तेरे भाई ने सारा पैसा चुरा लिया.सैलेरी के लिए बहुत कम बचा है.' पोस्ट में सारकी ने पुराने स्टाफ को हटाने और वेतन का भुगतान नहीं होने का मुद्दा उठाया है.
ग्रोवर ने 8 अप्रैल की तारीख वाले लेटर में कहा कि सोशल मीडिया पोस्ट के जवाब में समीर का कमेंट न केवल मानहानि करने वाला है बल्कि स्पष्ट रूप से सार्वजनिक झूठ और इसके अपने सीईओ और बोर्ड सदस्यों को द्वारा कंपनी के दिवालिया होने की स्वीकारोक्ति है. उन्होंने कहा कि पूर्व मिसालों और इस बोड की ओर से स्थापित उच्च मानकों के अनुसार, सीईओ को उनके सार्वजनिक व्यवहार के लिए कारण बताओ नोटिस थमाया जाना चाहिए और कंपनी के ब्रांड को नुकसान पहुंचाने के लिए तुरंत लीव पर भेजा जाना चाहिए. ग्रोवर ने कहा, 'सुहेल को बोर्ड के समक्ष यह साबित करना होगा कि उन्होंने जब LinkedIn ने यह जवाब डाला तो वे अल्कोहल या ड्रग्स क प्रभाव में नहीं थे.' गुरुवार को उन्होंने ट्वीट किया था कि भारतपे ने रजनीश कुमार और समीर सुहेल के सक्षम नेतृत्व के तहत 'डिग्रोथ' और 'मैक्सिमम कैश बर्न' की पहली तिमाही को बंद कर दिया. हालांकि भारतपे के प्रवक्ता ने कहा है कि कंपनी ने अपने इतिहास में सबसे मजबूत तिमाही (strongest quarter in its history)दर्ज की है. कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, 'हमने पिछले साल की समान अवधि की तुलना में अपने कुल राजस्व में चार गुणा वृद्धि दर्ज की है. कोविड-19 की तीसरी लहर के बावजूद क्रमिक तिमाही आधार पर हमाारी विकास दर 30 फीसदी रही है. माह-दर-माह की तुलना में हमारे सभी मैट्रिक्स तेज गति से बढ़े हैं. '
गौरतलब है कि भारतपे के सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर को दरकिनार करने के आरोपों पर हाल ही में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) समीर सुहेल ने कहा है कि उन्होंने कंपनी एवं निवेशकों के लिए और अपनी प्रतिष्ठा को बचाने के लिए सही लगने वाले कदम उठाए.दुकानदारों को क्यूआर कोड के जरिये डिजिटल भुगतान की सुविधा देने वाले मंच भारतपे ने पिछले महीने ग्रोवर को सभी पदों से हटाने की घोषणा की थी . ग्रोवर को कंपनी के कामकाज की बाहरी एजेंसी द्वारा की गई समीक्षा के बाद हटाया गया था. इसके पहले जनवरी में ग्रोवर को कोटक महिंद्रा बैंक के एक कर्मचारी के साथ कथित तौर पर गलत बर्ताव करने के बाद छुट्टी पर भेज दिया गया था. ग्रोवर ने अपनी बर्खास्तगी के बाद कहा था कि समीर ने निवेशकों के साथ मिलकर उन्हें हटाया है.
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