आसाराम (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
जेल में बंद आसाराम और उनके बेटे नारायण साईं फिर खबरों में हैं। दरअसल, नारायण साईं की पत्नी ने अपने पति और ससुर के खिलाफ प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं।
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आसाराम की प्रॉपर्टी की कुल कीमत 10 हजार करोड़ रुपये बताई गई है। आसाराम हमेशा भक्तों के इर्द-गिर्द रहते थे। बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूमते थे। नेता व अभिनेताओं के साथ उनका मिलना-जुलना लगा रहता था। उनके जोधपुर, मुंबई, दिल्ली, गुजरात और जबलपुर समेत कई जगह आश्रम हैं, हालांकि विवाद के बाद उनके कई जगह आश्रम तोड़ दिए गए हैं।
एक समय चाय बेचते थे आसाराम
आसाराम का जन्म 17 अप्रैल, 1941 को बिरानी नाम के गांव में हुआ था। अब ये गांव पाकिस्तान में आता है। बंटवारे के बाद आसाराम भी अपने परिवार के साथ भारत आ गए। पिता की मौत के बाद आसाराम ने मजिस्ट्रेट ऑफिस के सामने कुछ समय तक चाय भी बेची।
15 साल की उम्र में घर से भागकर आश्रम चले गए
आसाराम 15 साल की उम्र में ही घर से भागकर आश्रम चले गए थे। किसी तरह उनके घरवाले उन्हें वापस लाए और उनकी शादी लक्ष्मी देवी से करवा दी। लक्ष्मी देवी से उनके दो बच्चे हुए नारायण साईं और भारती देवी।
आसाराम के बेटे साईं पर उनकी पत्नी के आरोप
साईं की पत्नी जानकी (38) ने खजराना पुलिस थाने में दर्ज कराई शिकायत में कहा कि नारायण हरपलानी (नारायण साईं का असली नाम) से उनकी शादी 22 मई 1997 को हुई थी। लेकिन शादी के इस बंधन में बंधने के बाद भी उनके पति ने उनकी निगाहों के सामने कई महिलाओं से नाजायज ताल्लुकात कायम किए। इससे उन्हें मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी।
पत्नी का आरोप, राजस्थान में जाकर की दूसरी शादी
जानकी ने यह आरोप भी लगाया, ‘मेरे पति ने हमेशा धर्म के नाम पर ढोंग किया है। मेरे पति ने सबसे ज्यादा घोर अपराध यह किया है कि उन्होंने अपने आश्रम की एक साधिका से अवैध संबंध बनाये। जब यह साधिका गर्भवती हो गयी, तो उन्होंने (नारायण ने) मुझसे कहा कि वह दूसरी शादी करना चाहते हैं। जानकी ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने नारायण से कहा कि वह उन्हें तलाक देकर दूसरी शादी कर सकते हैं, तो उनके पति ने उन्हें बताये बगैर ही इस साधिका से राजस्थान में दूसरी शादी कर ली और इस महिला से उन्हें एक ‘नाजायज संतान’ भी है।
गवाहों की हत्या की साजिश में शामिल दो लोग गिरफ्तार
जेल में बंद आसाराम और उनके बेटे के खिलाफ गवाही देने वाले कई अहम गवाहों की हत्या की साजिश में शामिल होने के शक में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके नाम हैं बासव राज और सेजल महेश प्रजापति। इन पर राजू चंडक पर 2009 और सूरत में इस साल 3 गवाहों पर हमले में शामिल होने का शक है।
ससुर पर भी लगाए गंभीर आरोप
उन्होंने पुलिस में दर्ज करायी शिकायत में आसाराम पर आरोप लगाया कि वह भी उन पर ‘गंभीर दबाव’ बनाते थे। इसके साथ ही, उनके पिता देवराज कृष्णानी ने आसाराम के कथित प्रभाव और दबाव में आकर अपनी कई बेशकीमती संपत्तियां इस स्वयंभू संत के भोपाल स्थित आश्रम को दान में दे दी थीं। कृष्णानी का निधन हो चुका है।
जानकी ने खोले राज
जानकी ने संवाददाताओं से कहा, ‘जब मैं दूसरी महिलाओं से अपने पति के अवैध संबंधों पर आपत्ति जताती थी, तो वह मुझे धमकाते हुए खामोश रहने को कहते थे।’ पिछले कुछ समय से नारायण साईं से अलग रह रहीं जानकी ने बताया कि उन्होंने अपने पति के खिलाफ घरेलू हिंसा और भरण-पोषण के अलग-अलग मामले स्थानीय अदालतों में पहले से दायर कर रखे हैं।
मिल रही हैं धमकियां
जानकी ने कहा, ‘मेरे परिजन और रिश्तेदारों को फोन पर धमकियां देकर कहा जा रहा है कि ये मामले वापस ले लिये जाएं।’ हालांकि, उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया कि ये धमकियां कौन लोग दे रहे हैं। जानकी के वकील रोहित यादव ने बताया कि इन धमकियों के मद्देनजर उनकी मुवक्किल ने पुलिस को आवेदन देकर सुरक्षा प्रदान करने की गुहार की है। पुलिस ने इस गुहार का संज्ञान लेते हुए जानकी का बयान भी दर्ज किया है।
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आसाराम की प्रॉपर्टी की कुल कीमत 10 हजार करोड़ रुपये बताई गई है। आसाराम हमेशा भक्तों के इर्द-गिर्द रहते थे। बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूमते थे। नेता व अभिनेताओं के साथ उनका मिलना-जुलना लगा रहता था। उनके जोधपुर, मुंबई, दिल्ली, गुजरात और जबलपुर समेत कई जगह आश्रम हैं, हालांकि विवाद के बाद उनके कई जगह आश्रम तोड़ दिए गए हैं।
एक समय चाय बेचते थे आसाराम
आसाराम का जन्म 17 अप्रैल, 1941 को बिरानी नाम के गांव में हुआ था। अब ये गांव पाकिस्तान में आता है। बंटवारे के बाद आसाराम भी अपने परिवार के साथ भारत आ गए। पिता की मौत के बाद आसाराम ने मजिस्ट्रेट ऑफिस के सामने कुछ समय तक चाय भी बेची।
15 साल की उम्र में घर से भागकर आश्रम चले गए
आसाराम 15 साल की उम्र में ही घर से भागकर आश्रम चले गए थे। किसी तरह उनके घरवाले उन्हें वापस लाए और उनकी शादी लक्ष्मी देवी से करवा दी। लक्ष्मी देवी से उनके दो बच्चे हुए नारायण साईं और भारती देवी।
आसाराम के बेटे साईं पर उनकी पत्नी के आरोप
साईं की पत्नी जानकी (38) ने खजराना पुलिस थाने में दर्ज कराई शिकायत में कहा कि नारायण हरपलानी (नारायण साईं का असली नाम) से उनकी शादी 22 मई 1997 को हुई थी। लेकिन शादी के इस बंधन में बंधने के बाद भी उनके पति ने उनकी निगाहों के सामने कई महिलाओं से नाजायज ताल्लुकात कायम किए। इससे उन्हें मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी।
पत्नी का आरोप, राजस्थान में जाकर की दूसरी शादी
जानकी ने यह आरोप भी लगाया, ‘मेरे पति ने हमेशा धर्म के नाम पर ढोंग किया है। मेरे पति ने सबसे ज्यादा घोर अपराध यह किया है कि उन्होंने अपने आश्रम की एक साधिका से अवैध संबंध बनाये। जब यह साधिका गर्भवती हो गयी, तो उन्होंने (नारायण ने) मुझसे कहा कि वह दूसरी शादी करना चाहते हैं। जानकी ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने नारायण से कहा कि वह उन्हें तलाक देकर दूसरी शादी कर सकते हैं, तो उनके पति ने उन्हें बताये बगैर ही इस साधिका से राजस्थान में दूसरी शादी कर ली और इस महिला से उन्हें एक ‘नाजायज संतान’ भी है।
गवाहों की हत्या की साजिश में शामिल दो लोग गिरफ्तार
जेल में बंद आसाराम और उनके बेटे के खिलाफ गवाही देने वाले कई अहम गवाहों की हत्या की साजिश में शामिल होने के शक में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके नाम हैं बासव राज और सेजल महेश प्रजापति। इन पर राजू चंडक पर 2009 और सूरत में इस साल 3 गवाहों पर हमले में शामिल होने का शक है।
ससुर पर भी लगाए गंभीर आरोप
उन्होंने पुलिस में दर्ज करायी शिकायत में आसाराम पर आरोप लगाया कि वह भी उन पर ‘गंभीर दबाव’ बनाते थे। इसके साथ ही, उनके पिता देवराज कृष्णानी ने आसाराम के कथित प्रभाव और दबाव में आकर अपनी कई बेशकीमती संपत्तियां इस स्वयंभू संत के भोपाल स्थित आश्रम को दान में दे दी थीं। कृष्णानी का निधन हो चुका है।
जानकी ने खोले राज
जानकी ने संवाददाताओं से कहा, ‘जब मैं दूसरी महिलाओं से अपने पति के अवैध संबंधों पर आपत्ति जताती थी, तो वह मुझे धमकाते हुए खामोश रहने को कहते थे।’ पिछले कुछ समय से नारायण साईं से अलग रह रहीं जानकी ने बताया कि उन्होंने अपने पति के खिलाफ घरेलू हिंसा और भरण-पोषण के अलग-अलग मामले स्थानीय अदालतों में पहले से दायर कर रखे हैं।
मिल रही हैं धमकियां
जानकी ने कहा, ‘मेरे परिजन और रिश्तेदारों को फोन पर धमकियां देकर कहा जा रहा है कि ये मामले वापस ले लिये जाएं।’ हालांकि, उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया कि ये धमकियां कौन लोग दे रहे हैं। जानकी के वकील रोहित यादव ने बताया कि इन धमकियों के मद्देनजर उनकी मुवक्किल ने पुलिस को आवेदन देकर सुरक्षा प्रदान करने की गुहार की है। पुलिस ने इस गुहार का संज्ञान लेते हुए जानकी का बयान भी दर्ज किया है।
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