ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने रविवार को बिहार के किशनगंज में नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के खिलाफ विरोध जताने के लिए जनसभा रैली की. इस दौरान बिहार के कई राजनीतिक दलों के नेता भी मौजूद है. मंच से असदुद्दीन ओवैसी ने पहले तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को सामान्य राजनीतिज्ञ न होने की बात कही, फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राजग गठबंधन से अलग होने की नसीहत भी दे डाली.
ओवैसी का हमला- 'CAA, NPR और NRC के जरिये देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं PM मोदी'
बिहार के किशनगंज में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ''नरेंद्र मोदी और अमित शाह सामान्य राजनीतिज्ञ नहीं हैं, नीतीश कुमार साहब इन लोगों को छोड़ दें, खुद को भाजपा से अलग कर लें, हम सब आपका समर्थन करेंगे. आपने बिहार में अपने लिए एक नाम बनाया है, देश की खातिर भाजपा छोड़िए.''
Asaduddin Owaisi, AIMIM in Kishanganj, Bihar: Narendra Modi & Amit Shah are not normal politicians, Nitish Kumar sahab leave these people, disassociate yourself from BJP, we all will support you. You have made a name for yourself in Bihar,leave BJP for the sake of country.(29.12) pic.twitter.com/9ew8H8ZZUJ
— ANI (@ANI) December 29, 2019
बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को कहा कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और नागरिक संशोधन कानून (सीएए) लागू कर सरकार देश के अंदर फूट डालना चाहती है. उन्होंने कहा कि इस कानून का जबर्दस्त विरोध किया जाएगा. किशनगंज के रुईदासा मैदान में 'संविधान बचाओ, देश बचाओ' रैली को संबोधित करते हुए ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इन कानूनों के जरिए बाबा साहेब और डॉ. राजेंद्र प्रसाद के सपनों को तोड़ रही है.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- PM मोदी नागरिकता कानून इसलिए लेकर आए ताकि NPR की प्रक्रिया हो सके
ओवैसी ने पीएम मोदी पर मुसलमानों से नफरत करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार के मुसलमानों ने भी आजादी की लड़ाई में कुर्बानियां दी थीं. उन्होंने किसी से नहीं डरने की बात करते हुए कहा कि बाबा साहेब ने संविधान लागू करते समय इस बात का जिक्र किया था कि यह देश किसी एक खास मजहब के लोगों का नहीं, बल्कि सभी मजहब को मानने वालों का होगा. उन्होंने कहा, "ये मसला केवल मुसलमानों के लिए नहीं है, बल्कि यह सभी 130 करोड़ लोगों का मसला है. इस पर हम लोगों को गंभीरता से विचार करना चाहिए. इसका विरोध लगातार किया जाएगा."
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