यह ख़बर 23 मार्च, 2013 को प्रकाशित हुई थी

बिजली-पानी के मुद्दे पर केजरीवाल अनिश्चितकालीन अनशन पर

खास बातें

  • केजरीवाल इस बार किसी मंच या मैदान की बजाय सुंदरनगरी इलाके के एक घर में उपवास पर बैठे हैं। उन्होंने जनता से अपील की है कि वह बेखौफ होकर बिजली और पानी का बिल भरना बंद कर दें।
नई दिल्ली:

दिल्ली सरकार पर जनता की समस्याओं को नहीं सुनने का आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल ने उत्तरपूर्व दिल्ली के एक घर से आज अपना अनिश्चितकालीन अनशन और ‘सविनय अवज्ञा आंदोलन’ शुरू किया और दिल्लीवालों से बिजली तथा पानी के ‘बढ़े हुए’ बिल नहीं भरने का अनुरोध किया।

यहां राजघाट और शहीद पार्क का दौरा करने के बाद केजरीवाल सुंदर नगरी में रहने वाले एक व्यक्ति संतोष के घर पहुंचे जहां उन्होंने अपना अनशन शुरू किया। उन्होंने संतोष का घर इसलिए चुना क्योंकि उसे कथित रूप से बढ़ा हुआ बिल मिला और उसे इसे भरने के लिए ऋण लेना पड़ा।

केजरीवाल ने दिल्लीवालों से बिजली और पानी के ‘अवैध’ बिल नहीं भरने के लिए कहा और वादा किया कि उनकी पार्टी के सत्ता में आने के बाद उनके खिलाफ किसी भी तरह की कानूनी कार्रवाई खारिज की जाएगी।

उन्होंने कहा, आज से, हम यह अनशन शुरू कर रहे हैं। मैं अपने बिजली और पानी के बिल नहीं भरूंगा। ये अवैध और फर्जी बिल हैं। दिल्ली सरकार ने बिजली कंपनियों से हाथ मिला रखा है।

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केजरीवाल ने इससे पहले घोषणा की थी कि उत्तर प्रदेश में रहने वाला उनका परिवार इस आंदोलन के साथ एकजुटता दिखाते हुए बिल का भुगतान नहीं करेगा। उन्होंने कहा, मेरे अनशन का उद्देश्य अवैध बिलों के खिलाफ ज्यादा से ज्यादा लोगों को एकजुट करना है। अगर मैं अनशन करूंगा तो लोग प्रेरित होंगे। इस बार हम सरकार से कुछ नहीं मांग रहे हैं, इस बार मैं दिल्लीवालों से बिल का भुगतान नहीं करने की अपील करता हूं। केजरीवाल ने कहा कि अगर ज्यादा से ज्यादा लोग ‘सविनय अवज्ञा’ आंदोलन से जुड़ेंगे, सरकार और बिजली कंपनियां उनके खिलाफ कदम नहीं उठाएंगी। आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष सिसौदिया ने कहा कि राजधानी में 264 अन्य स्थलों पर प्रदर्शन चल रहा है।