इटानगर:
पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) से मुख्यमंत्री पेमा खांडू और छह अन्य विधायकों को निलंबित किए जाने के बाद अरुणाचल प्रदेश की सियासत में नया सियासी नाटक सामने आया है. खांडू की सरकार ने शुक्रवार को 49 विधायकों का समर्थन होने का दावा किया. भाजपा ने भी खांडू को समर्थन देने की बात कही है. भाजपा का यह भी कहना है कि किसी अन्य मुख्यमंत्री का 'कभी भी' समर्थन नहीं करेगी.
दूसरी ओर, पीपीए ने कहा कि नेतृत्व में बदलाव होगा. पीएचईडी मंत्री टाकम पारियो अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं. पेमा खांडू की सरकार ने पीपीए के 35 विधायकों सहित कुल 49 विधायकों का समर्थन होने का दावा किया. अरुणाचल प्रदेश विधानसभा में कुल 60 विधायक हैं . खांडू को कल उन्हीं की पार्टी पीपीए ने निलंबित कर दिया था.
उधर, राज्य सरकार के प्रवक्ता बामांग फेलिक्स ने दावा किया कि पीपीए के 43 में से 35 विधायकों ने खांडू के नेतृत्व के प्रति यकीन और वफादारी जाहिर की है. फेलिक्स ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "पीपीए के 35, भाजपा के 12, भाजपा से संबद्ध एक सदस्य और एक निर्दलीय सहित कुल 49 विधायकों का समर्थन हमें प्राप्त है."
सवालों के जवाब में फेलिक्स ने कहा, "हर चीज पहले की तरह सामान्य चल रही है और मुख्यमंत्री को अब भी पीपीए, भाजपा एवं निर्दलीय विधायकों से स्पष्ट बहुमत प्राप्त है." 43 विधायकों वाली पीपीए ने कल आधी रात को मुख्यमंत्री खांडू, उप-मुख्यमंत्री चोवना मेन और पांच अन्य विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अस्थायी तौर पर
निलंबित कर दिया था.
फेलिक्स ने कहा कि नेतृत्व परिवर्तन का सवाल ही नहीं है. उन्होंने कहा, "हम खांडू सहित सात विधायकों के निलंबन के कानूनी पहलुओं पर गौर कर रहे हैं." उन्होंने यह भी कहा, "पीपीए किसी एक आदमी की पार्टी नहीं है. पार्टी के अध्यक्ष काहफा बेंजिया ने जो भी फैसला किया, वह उनका अपना निर्णय था."
प्रवक्ता ने कहा, "हम पार्टी विधायकों के बीच के मतभेद दूर करने की कोशिश कर रहे हैं और हमारे दरवाजे सभी के लिए खुले हैं." पीपीए विधायकों के भाजपा में शामिल होने की तैयारियों के भाजपा के दावे पर फेलिक्स ने कहा कि चूंकि पीपीए भाजपा की अगुवाई वाले पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (नेडा) सरकार में साझेदार है, लिहाजा "ऐसा कोई सवाल पैदा नहीं होता."
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दूसरी ओर, पीपीए ने कहा कि नेतृत्व में बदलाव होगा. पीएचईडी मंत्री टाकम पारियो अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं. पेमा खांडू की सरकार ने पीपीए के 35 विधायकों सहित कुल 49 विधायकों का समर्थन होने का दावा किया. अरुणाचल प्रदेश विधानसभा में कुल 60 विधायक हैं . खांडू को कल उन्हीं की पार्टी पीपीए ने निलंबित कर दिया था.
उधर, राज्य सरकार के प्रवक्ता बामांग फेलिक्स ने दावा किया कि पीपीए के 43 में से 35 विधायकों ने खांडू के नेतृत्व के प्रति यकीन और वफादारी जाहिर की है. फेलिक्स ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "पीपीए के 35, भाजपा के 12, भाजपा से संबद्ध एक सदस्य और एक निर्दलीय सहित कुल 49 विधायकों का समर्थन हमें प्राप्त है."
सवालों के जवाब में फेलिक्स ने कहा, "हर चीज पहले की तरह सामान्य चल रही है और मुख्यमंत्री को अब भी पीपीए, भाजपा एवं निर्दलीय विधायकों से स्पष्ट बहुमत प्राप्त है." 43 विधायकों वाली पीपीए ने कल आधी रात को मुख्यमंत्री खांडू, उप-मुख्यमंत्री चोवना मेन और पांच अन्य विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अस्थायी तौर पर
निलंबित कर दिया था.
फेलिक्स ने कहा कि नेतृत्व परिवर्तन का सवाल ही नहीं है. उन्होंने कहा, "हम खांडू सहित सात विधायकों के निलंबन के कानूनी पहलुओं पर गौर कर रहे हैं." उन्होंने यह भी कहा, "पीपीए किसी एक आदमी की पार्टी नहीं है. पार्टी के अध्यक्ष काहफा बेंजिया ने जो भी फैसला किया, वह उनका अपना निर्णय था."
प्रवक्ता ने कहा, "हम पार्टी विधायकों के बीच के मतभेद दूर करने की कोशिश कर रहे हैं और हमारे दरवाजे सभी के लिए खुले हैं." पीपीए विधायकों के भाजपा में शामिल होने की तैयारियों के भाजपा के दावे पर फेलिक्स ने कहा कि चूंकि पीपीए भाजपा की अगुवाई वाले पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (नेडा) सरकार में साझेदार है, लिहाजा "ऐसा कोई सवाल पैदा नहीं होता."
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