टीडीपी सांसद डॉ शिवप्रसाद (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
नोटबंदी के मसले पर लोकसभा में विपक्षी सदस्यों के प्रदर्शन के बीच एक सांसद ने अपना विरोध प्रकट करने के लिए अनोखा तरीका अख्तियार किया. अपनी मुखालफ़त प्रदर्शित करने के लिए आंध्र प्रदेश में चित्तूर संसदीय सीट से तेलुगु देसम पार्टी (टीडीपी) के सांसद डॉ शिवप्रसाद संसद में एकदम अलग अंदाज में काले और सफेद कपड़े पहनकर संसद पहुंचे.
इसमें खासियत यह रही कि उनकी शर्ट और पैंट आधी सफेद और आधी काले रंग की थी. सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने काला धन जमा करने वालों और आम आदमी से संबंधित स्टिकर अपनी शर्ट पर लगा रखे थे. इस खास वेशभूषा के साथ अपनी उपस्थित दर्शाने के लिए लोकसभा के भीतर बीच गलियारे में वह धीरे-धीरे इस अंदाज में चलते दिखे ताकि सदन में उपस्थित सभी लोग उनको देख लें.
इस दौरान जब विपक्षी सांसद नोटबंदी के विरोध में नारेबाजी शुरू करने वाले ही थे तभी डॉ शिवप्रसाद को कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे के पास जाते देखा गया. वहां पहुंचकर अपनी स्थिति स्पष्ट करने के साथ ही नोटबंदी पर इसे अपना जवाब करार दिया. इससे उत्साहित तृणमूल कांग्रेस के सौगतो रॉय ने टीडीपी सांसद से सत्ता पक्ष की ओर जाने को कहा. नतीजतन डॉ शिवप्रसाद उस तरफ गया और वहां पर उपस्थित लालकृष्ण आडवाणी एवं संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार का अभिवादन किया.
बाद में NDTV से बातचीत करते हुए डॉ शिवप्रसाद ने कहा, ''काला धन रखने वाले लोग मोदी जी के इस कदम पर हंस रहे हैं और आम आदमी रो रहा है.'' उल्लेखनीय है कि टीडीपी सत्ताधारी एनडीए का हिस्सा है और नोटबंदी के समर्थन में है. इसलिए जब उनसे पूछा गया कि इस तरह तो वह अपनी पार्टी लाइन के खिलाफ जा रहे हैं तो रक्षात्मक मुद्रा में शिवप्रसाद ने जवाब दिया कि वह तो महज ''अपने अंदर के कलाकार को अभिव्यक्ति दे रहे हैं.''
उन्होंने कहा, ''जब भी संकट की घड़ी होती है तो मेरे अंदर का कलाकार प्रकट हो जाता है. मोदीजी से अनुरोध है कि आपके लोगों ने भले ही आपको यह बताया हो कि सभी लोग नोटबंदी का समर्थन कर रहे हैं और आम आदमी इससे खुश है लेकिन यह सच्चाई नहीं है...मोदीजी कृपया इस मसले पर सही कदम उठाइए.''
दिलचस्प बात यह है कि शिवप्रसाद के टीडीपी साथी उनकी इस मुहिम का हिस्सा तो नहीं बने लेकिन उनको रोका भी नहीं गया. एक टीडीपी सांसद ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर कहा, ''हम लोग इस कदम के समर्थक हैं लेकिन हमारे मुख्यमंत्री इसके क्रियान्यवन प्रक्रिया के मुखर आलोचक हैं.''
इसमें खासियत यह रही कि उनकी शर्ट और पैंट आधी सफेद और आधी काले रंग की थी. सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने काला धन जमा करने वालों और आम आदमी से संबंधित स्टिकर अपनी शर्ट पर लगा रखे थे. इस खास वेशभूषा के साथ अपनी उपस्थित दर्शाने के लिए लोकसभा के भीतर बीच गलियारे में वह धीरे-धीरे इस अंदाज में चलते दिखे ताकि सदन में उपस्थित सभी लोग उनको देख लें.
इस दौरान जब विपक्षी सांसद नोटबंदी के विरोध में नारेबाजी शुरू करने वाले ही थे तभी डॉ शिवप्रसाद को कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे के पास जाते देखा गया. वहां पहुंचकर अपनी स्थिति स्पष्ट करने के साथ ही नोटबंदी पर इसे अपना जवाब करार दिया. इससे उत्साहित तृणमूल कांग्रेस के सौगतो रॉय ने टीडीपी सांसद से सत्ता पक्ष की ओर जाने को कहा. नतीजतन डॉ शिवप्रसाद उस तरफ गया और वहां पर उपस्थित लालकृष्ण आडवाणी एवं संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार का अभिवादन किया.
बाद में NDTV से बातचीत करते हुए डॉ शिवप्रसाद ने कहा, ''काला धन रखने वाले लोग मोदी जी के इस कदम पर हंस रहे हैं और आम आदमी रो रहा है.'' उल्लेखनीय है कि टीडीपी सत्ताधारी एनडीए का हिस्सा है और नोटबंदी के समर्थन में है. इसलिए जब उनसे पूछा गया कि इस तरह तो वह अपनी पार्टी लाइन के खिलाफ जा रहे हैं तो रक्षात्मक मुद्रा में शिवप्रसाद ने जवाब दिया कि वह तो महज ''अपने अंदर के कलाकार को अभिव्यक्ति दे रहे हैं.''
उन्होंने कहा, ''जब भी संकट की घड़ी होती है तो मेरे अंदर का कलाकार प्रकट हो जाता है. मोदीजी से अनुरोध है कि आपके लोगों ने भले ही आपको यह बताया हो कि सभी लोग नोटबंदी का समर्थन कर रहे हैं और आम आदमी इससे खुश है लेकिन यह सच्चाई नहीं है...मोदीजी कृपया इस मसले पर सही कदम उठाइए.''
दिलचस्प बात यह है कि शिवप्रसाद के टीडीपी साथी उनकी इस मुहिम का हिस्सा तो नहीं बने लेकिन उनको रोका भी नहीं गया. एक टीडीपी सांसद ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर कहा, ''हम लोग इस कदम के समर्थक हैं लेकिन हमारे मुख्यमंत्री इसके क्रियान्यवन प्रक्रिया के मुखर आलोचक हैं.''
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