विधानसभा चुनाव में केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (Kerala Chief Minister Pinarayi Vijayan) और बीजेपी नेताओं के बीच जुबानी जंग और तेज हो गई है. गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने रविवार को एक रैली के दौरान सोने की तस्करी के केस को लेकर केरल सरकार को घेरा. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में इन सवालों का जवाब देना बेहद महत्वपूर्ण है, इसमें पूरी पारदर्शिता होनी चाहिए.
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इस मामले में कस्टम विभाग के अधिकारियों ने हाईकोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं, जिसमें मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, स्पीकर पी श्रीरामाकृष्णन और लेफ्ट पार्टी के कुछ अन्य मंत्रियों के नाम हैं. शाह 6 अप्रैल को केरल में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रचार करने के लिए यहां पहुंचे थे.
शाह ने रैली में सवाल उठाया, सोने की तस्करी के इस घोटाले (Gold Smuggling Scam) का मुख्य आरोपी आपके कार्यालय में काम करता था या नहीं? क्या आपकी सरकार उसे हर माह तीन लाख रुपये की सैलरी देती है कि नहीं?क्या आपके मुख्य सचिव ने उस महिला को एक अहम पद दिया था या नहीं? क्या ये वो महिला नहीं थी, जो अधिकारियों के साथ विदेश यात्रा पर गई थी, हां या नहीं?
क्या यह आरोपी आपके आधिकारिक कार्यालय में रोज आती थी या नहीं? जब सोना मिला तब आपके कार्यालय ने कस्टम अधिकारियों पर दबाव डाला था, हां या नहीं? प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) और कस्टम अधिकारियों पर हमला किया गया है.क्या इसकी विस्तृत जांच की गई, हां या नहीं?"
शाह ने कहा, आपने आरोप लगाए हैं और आज मैं सार्वजनिक तौर पर आपसे सवाल पूछता हूं, उम्मीद है कि आप जनता के सामने इनका जवाब देंगे. विजयन ने शनिवार को एक रैली में आरोप लगाया कि केंद्रीय जांच एजेंसियां चुनाव प्रचार अपने हाथों में ले लिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कस्टम आयुक्त का उद्देश्य केरल की सरकार को ऐसे वक्त बदनाम करना है, जब विधानसभा चुनाव हो रहे हैं.
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