लखनऊ:
बरेली में चलती रेलगाड़ी से बाहर फेंके जाने के बाद अपना एक पैर गंवाने वाली युवा वॉलीबाल खिलाड़ी अरुणिमा सिन्हा का इलाज अब दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में होगा। मुख्यमंत्री मायावती की तरफ से केजीएमसी में भर्ती अरुणिमा को एम्स भेजने का आदेश दिया गया। लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज (केजीएमसी) के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एसएन शंखवार ने बताया कि बेहतर इलाज के लिए अरुणिमा को एम्स स्थानांतरित किया जा रहा है। उसकी हालत स्थिर और खतरे से बाहर है। अधिकारियों के मुताबिक अरुणिमा को राजकीय विमान से दिल्ली भेजा जा रहा है। इससे पहले खिलाड़ी से मिलने के बाद केंद्रीय खेल मंत्री अजय माकन ने कहा, "मुझे केजीएमसी के चिकित्सकों की ओर से बताया गया कि उसकी (अरुणिमा) हालत स्थिर और खतरे से बाहर है। मैंने अरुणिमा के इलाज के लिए हर मदद का प्रस्ताव दिया है। खेल मंत्रालय उसके इलाज का खर्च वाहन करेगा। उसके परिजन लखनऊ या दिल्ली कहीं पर इलाज करवा सकते हैं।" माकन के मुलाकात के बाद आनन फानन में सूबे की सरकार ने अरुणिमा को एम्स भेजने का आदेश दिया। गौरतलब है कि संक्रमण की शिकायत पर केजीएमसी में रविवार को अरुणिमा का दूसरी बार ऑपरेशन करना पड़ा। उधर, माकन के पहुंचने से कुछ घंटे पहले उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री अयोध्या प्रसाद पाल ने अरुणिमा से अस्पताल जाकर मुलाकात की और उसे सरकारी नौकरी का प्रस्ताव दिया। अरुणिमा से मुलाकात के बाद पाल ने कहा,"अरुणिमा को खेल निदेशालय और स्पोर्टस कॉलेज में नौकरी का प्रस्ताव दिया है। अब यह उसके ऊपर निर्भर करता है कि वह कहां काम करना चाहती है।" पाल ने कहा कि अरुणिमा की हालत काफी बेहतर है। हमारे अधिकारी लगातार उसके परिवार से सम्पर्क में हैं। अम्बेडकर नगर जिले की अरुणिमा को 11 अप्रैल को दिल्ली जाने के दौरान कुछ लोगों ने चलती रेलगाड़ी से बाहर फेंक दिया था। बदमाशों ने खिलाड़ी से उसके गले की सोने की चेन छीनने का प्रयास किया था।
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