चेन्नई:
इसी माह दिवंगत हुईं अपनी नेता तथा तमिलनाडु की भूतपूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता के लिए एक कुर्सी को खाली छोड़कर की गई बैठक में सत्तारूढ़ पार्टी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (एआईएडीएमके) ने गुरुवार को जयललिता की करीबी मित्र शशिकला नटराजन के नेतृत्व में चलने का फैसला कर लिया है.
गुरुवार सुबह हुई पार्टी जनरल काउंसिल की एक अहम बैठक में पार्टी नेताओं ने उस प्रस्ताव को पारित कर दिया, जिसमें कहा गया कि शशिकला नटराजन पार्टी की महासचिव होंगी.
जे. जयललिता के निधन के कुछ ही दिन बाद पार्टी ने घोषणा कर दी थी कि शशिकला नटराजन ही पार्टी प्रमुख के रूप में जयललिता का स्थान लेंगी.
5 दिसंबर को दिवंगत हुईं जयललिता को 'अम्मा' (मां) के नाम से पुकारा जाता था, और उनकी करीबी मित्र 54-वर्षीय शशिकला नटराजन को पार्टी में 'चिनम्मा' (मां की छोटी बहन) के नाम से जाना जाता है.
एआईएडीएमके के प्रवक्ता सी. पोन्नाइयन पहले ही कह चुके हैं कि शशिकला नटराजन हमेशा अम्मा की अंतरात्मा के रूप में काम करती रही हैं.
गुरुवार सुबह हुई पार्टी जनरल काउंसिल की एक अहम बैठक में पार्टी नेताओं ने उस प्रस्ताव को पारित कर दिया, जिसमें कहा गया कि शशिकला नटराजन पार्टी की महासचिव होंगी.
जे. जयललिता के निधन के कुछ ही दिन बाद पार्टी ने घोषणा कर दी थी कि शशिकला नटराजन ही पार्टी प्रमुख के रूप में जयललिता का स्थान लेंगी.
एआईएडीएमके की जनरल काउंसिल की बैठक
5 दिसंबर को दिवंगत हुईं जयललिता को 'अम्मा' (मां) के नाम से पुकारा जाता था, और उनकी करीबी मित्र 54-वर्षीय शशिकला नटराजन को पार्टी में 'चिनम्मा' (मां की छोटी बहन) के नाम से जाना जाता है.
एआईएडीएमके के प्रवक्ता सी. पोन्नाइयन पहले ही कह चुके हैं कि शशिकला नटराजन हमेशा अम्मा की अंतरात्मा के रूप में काम करती रही हैं.
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