राकेश मारिया (फाइल फोटो)
मुंबई:
मुंबई में चर्चित शीना बोरा हत्याकांड की जांच में सीधे तौर जुड़ने वाले मुंबई पुलिस के कमिश्नर राकेश मारिया का महाराष्ट्र सरकार ने तबादला कर दिया और उन्हें कम महत्व वाली पोस्ट पर पदोन्नत कर भेज दिया गया।
सूत्रों के हवाले से खबर है कि राकेश मारिया के ट्रांसफर ऑर्डर राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई छोड़ने से पहले ही दस्तखत कर दिए थे। बता दें कि राज्य के मुख्यमंत्री फडणवीस कुछ दिनों की जापान यात्रा पर गए हैं।
सूत्र बता रहे हैं कि किसी हत्या के मामले में पुलिस कमिश्नर का सीधे तौर पर इतना दखल देना मुख्यमंत्री को पसंद नहीं आ रहा था और उन्होंने यह साफ बता भी दिया था।
सूत्र बता रहे हैं कि सोमवार की शाम इसी वजह से मुख्यमंत्री ने मारिया से मुलाकात की थी। बताया जा रहा है कि इस मुलाकात में मारिया ने केस में अपने सीधे तौर पर शामिल होने के कारण बताए थे।
मारिया ने कहा कि इस हत्याकांड के सभी आरोपी हाई प्रोफाइल हैं और जूनियर अधिकारियों को लगातार धौंस दे रहे थे। और यह जानते हुए कि जूनियर अधिकारी अंग्रेजी में ज्यादा पारंगत नहीं हैं तो इंद्राणी ने जानबूझकर अंग्रेजी में ही अपनी बातें रखीं। इससे अंग्रेजी के कम जानकार पुलिस अधिकारियों को दिक्कत हो रही थी।
मारिया ने यह भी कहा कि अगर जांच सही नहीं होती तो मुझ पर ही दोष मढ़े जाते।
पूर्व मुम्बई पुलिस आयुक्त राकेश मारिया को यह उम्मीद नहीं थी कि यह तबादला इस तरह से होगा।
शीना बोरा केस में अपने रोल के बारे में उन्होंने कहा कि सिर्फ इस केस की बात नहीं हैं उन्होंने तो एक्सीडेंट के मामलों तक में काम किया कमिश्नर बनने के बाद पर उस पर किसी का ध्यान नहीं गया।
इंद्राणी और पीटर के बारे में उन्होंने कहा कि इंद्राणी से पहली बार वे लॉक अप में मिले थे और पीटर से पहली बार वे सोमवार को मिले थे। इन दोनों को इससे पहले से नहीं जानते थे।
इन्वेस्टीगेशन के बारे में उन्होंने कहा कि केस इतना मजबूत तैयार किया है कि आरोपियों को सज़ा तय है। सारे सबूत बहुत कम वक़्त में जुटा लिए गए।
सूत्रों के हवाले से खबर है कि राकेश मारिया के ट्रांसफर ऑर्डर राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई छोड़ने से पहले ही दस्तखत कर दिए थे। बता दें कि राज्य के मुख्यमंत्री फडणवीस कुछ दिनों की जापान यात्रा पर गए हैं।
सूत्र बता रहे हैं कि किसी हत्या के मामले में पुलिस कमिश्नर का सीधे तौर पर इतना दखल देना मुख्यमंत्री को पसंद नहीं आ रहा था और उन्होंने यह साफ बता भी दिया था।
सूत्र बता रहे हैं कि सोमवार की शाम इसी वजह से मुख्यमंत्री ने मारिया से मुलाकात की थी। बताया जा रहा है कि इस मुलाकात में मारिया ने केस में अपने सीधे तौर पर शामिल होने के कारण बताए थे।
मारिया ने कहा कि इस हत्याकांड के सभी आरोपी हाई प्रोफाइल हैं और जूनियर अधिकारियों को लगातार धौंस दे रहे थे। और यह जानते हुए कि जूनियर अधिकारी अंग्रेजी में ज्यादा पारंगत नहीं हैं तो इंद्राणी ने जानबूझकर अंग्रेजी में ही अपनी बातें रखीं। इससे अंग्रेजी के कम जानकार पुलिस अधिकारियों को दिक्कत हो रही थी।
मारिया ने यह भी कहा कि अगर जांच सही नहीं होती तो मुझ पर ही दोष मढ़े जाते।
पूर्व मुम्बई पुलिस आयुक्त राकेश मारिया को यह उम्मीद नहीं थी कि यह तबादला इस तरह से होगा।
शीना बोरा केस में अपने रोल के बारे में उन्होंने कहा कि सिर्फ इस केस की बात नहीं हैं उन्होंने तो एक्सीडेंट के मामलों तक में काम किया कमिश्नर बनने के बाद पर उस पर किसी का ध्यान नहीं गया।
इंद्राणी और पीटर के बारे में उन्होंने कहा कि इंद्राणी से पहली बार वे लॉक अप में मिले थे और पीटर से पहली बार वे सोमवार को मिले थे। इन दोनों को इससे पहले से नहीं जानते थे।
इन्वेस्टीगेशन के बारे में उन्होंने कहा कि केस इतना मजबूत तैयार किया है कि आरोपियों को सज़ा तय है। सारे सबूत बहुत कम वक़्त में जुटा लिए गए।
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