अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट पर गुरुवार शाम को हुए दो बम धमाकों (Kabul Blasts) में आईएसआईएस खुरासान का हाथ होने का संदेह जताया जा रहा है. स्थानीय मीडिया के मुताबिक, इन धमाकों में कम से कम से 40 लोगों के मारे जाने और कई लोगों के घायल होने की खबर है. सरकारी सूत्रों का कहना है कि काबुल हवाई अड्डे पर हुए बम धमाकों की जिम्मेदारी फिलहाल किसी संगठन ने नहीं ली है, लेकिन काबुल से आ रही शुरुआती जानकारी में इस्लामिक स्टेट खुरासान- आईएसआई-के (ISIS-K) की भूमिका सामने आ रही है.
काबुल में यह धमाका ऐसे समय पर हुआ है कि जब अमेरिका और उसके सहयोगी देश अपने नागरिकों को अफगानिस्तान से बाहर निकालने में जुटे हुए हैं. तालिबान के सत्ता में आने से परेशान अफगानी देश छोड़कर जाने की जुगत में हैं. हाल ही में, अमेरिका और उसके सहयोगियों ने इस्लामिक स्टेट के खतरे के कारण अफगानियों से इलाके को छोड़ने का आग्रह किया था.
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में अलर्ट जारी कर दिया गया है, क्योंकि अधिकारियों को आशंका है कि आगे और हमले हो सकते हैं.
पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने एक बयान में कहा, "काबुल हवाई अड्डे पर हुए हमले में अमेरिकी सेवाओं से जुड़े कई लोग मारे गए हैं. कई अन्य का इलाज किया जा रहा है."
एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि विस्फोट में कम से कम पांच अमेरिकी सैन्यकर्मी हताहत हुए हैं, जिसमें एक गंभीर है. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि काबुल हवाई अड्डे पर लगभग 5,200 अमेरिकी सैनिक सुरक्षा व्यवस्था में तैनात हैं.
पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि एक विस्फोट हवाई अड्डे के एबी गेट के पास और दूसरा पास के बैरन होटल के पास हुआ.
वीडियो: काबुल एयरपोर्ट पर धमाके की खबर
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