नई दिल्ली:
फरवरी में दिल्ली में 67% वोट काउंट के साथ सत्ता संभालने वाली आम आदमी पार्टी के नेताओं की माफी अब अपने आप में खबर है। नव उदित इस पार्टी के नेताओं का अचानक कुछ बोल जाना और फिर जल्द ही माफ मांग लेना कोई नई बात नहीं है। हालांकि यह कहा जा सकता है कि राजनीति में यह आम बात है.. आइए आज 'आप' की ऐसी ही कुछ माफियों पर बात करें...
किसान गजेंद्र की मौत पर केजरीवाल की माफी
आज यानी 24 अप्रैल को सुबह न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सुबह मीडिया को गरियाते हुए, पुलिस को पाक साफ बताते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने किसान गजेंद्र की मौत के लिए माफी मांग ली। दो दिन से जारी हंगामे के बीच केजरीवाल की ओर से कोई स्टेटमेंट नहीं आया लेकिन आज जब आया तब उसमें उन्होंने मीडिया को इस मुद्दे की चीरफाड़ न करने के लिए कहा। उन्होंने कहा, मुझे रैली बंद कर देनी चाहिए थी और ऐसा न करना मेरी गलती थी। मेरे सामने यह घटना घटी और मैं इसे पचा नहीं पा रहा.. उस पूरी रात नहीं सो पाया। वह बोले, मेरे लगातार भाषण जारी रखने से किसी की संवेदनाएं आहत हुई हों तो मैं माफा मांगता हूं।

आशुतोष की माफी और रुलाई
आज दोपहर एक न्यूज चैनल पर आप नेता आशुतोष पार्टी की रैली में खुदकुशी करने वाले किसान गजेंद्र सिंह की बेटी की बात सुनकर फूट-फूट कर रोने लगे। गजेंद्र सिंह की बेटी मेघा भी इस चर्चा का हिस्सा थीं। जब उनसे एक सवाल पूछा गया तो उन्होंने मेघा से कहा, 'अगर आप मानती हैं कि मैं आपके पिता का हत्यारा हूं तो आप मुझे जो सजा देंगी, मुझे स्वीकार होगी। आप कहें तो मैं आपके पास आ जाऊं।' इतना कहकर आशुतोष फूट-फूट कर रोने लगे। उन्होंने कहा कि अब इस मुद्दे पर राजनीति बंद होनी चाहिए।
केजरीवाल की 'फेमस' माफी
केजरीवाल की अब तक की सबसे बड़ी माफी वह है जो उन्होंने दिल्ली में 49 दिन की सरकार चलाने के बाद इस्तीफा दे दिए जाने को गलती मानते हुए मांगी थी। पिछले साल 15 फरवरी को इस्तीफा देने के बाद केजरीवाल ने अब तक के चुनाव नतीजों से कई बार कहा कि पहली बार वाली गलती नहीं करेंगे। इस्तीफा देना उनकी भूल थी और इसके लिए वह माफी मांगते हैं।
आशुतोष की माफी चंद रोज पहले की माफी
22 अप्रैल 2015 को किसान रैली में किसान गजेंद्र की मौत पर आप नेता आशुतोष ने ट्वीट किया- ‘मैं अपनी स्टेटमेंट के लिए माफी मांगता हूं। मुझे खेद है कि मैंने यह कहा।‘ दरअसल आशुतोष ने किसान की मौत के बाद पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा था कि क्या अरविंद केजरीवाल खुद पेड़ पर चढ़ जाते किसान को बचाने के लिए। उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी के लोग पेड़ पर चढ़ने के लिए प्रशीक्षित नहीं हैं। बाद में उन्होंने कहा था कि यदि केजरीवाल किसान को बचाने के लिए जाते तो हो सकता है कि भीड़ में भगदड़ मच जाती। उन्होंने तब यह भी कहा था कि अगली बार से मैं केजरीवाल को कहूंगा कि वह स्टेज से उतरकर जाएं और पेड़ पर चढ़ औऱ लोगों को बचाएं।
कुमार विश्वास की माफी
फरवरी में पिछले ही साल आप पार्टी के कुमार विश्वास ने केरल की नर्सों पर अपनी कथित अपमानजनक टिप्पणी पर माफी मांगी थी। उन्होंने कहा था कि कभी किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की उनकी मंशा नहीं रही है। विश्वास ने ‘आप’ की केरल इकाई को भेजे अपने एक बयान में कहा था कि उन्होंने कभी ‘जान-बूझ कर किसी की भावना को ठेस’ पहुंचाना नहीं चाहा है। कुमार विश्वास ने केरल की नर्सों पर नस्लभेदी टिप्पणी की थी जिसे लेकर काफी हंगामा हुआ था।
किसान गजेंद्र की मौत पर केजरीवाल की माफी
आज यानी 24 अप्रैल को सुबह न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सुबह मीडिया को गरियाते हुए, पुलिस को पाक साफ बताते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने किसान गजेंद्र की मौत के लिए माफी मांग ली। दो दिन से जारी हंगामे के बीच केजरीवाल की ओर से कोई स्टेटमेंट नहीं आया लेकिन आज जब आया तब उसमें उन्होंने मीडिया को इस मुद्दे की चीरफाड़ न करने के लिए कहा। उन्होंने कहा, मुझे रैली बंद कर देनी चाहिए थी और ऐसा न करना मेरी गलती थी। मेरे सामने यह घटना घटी और मैं इसे पचा नहीं पा रहा.. उस पूरी रात नहीं सो पाया। वह बोले, मेरे लगातार भाषण जारी रखने से किसी की संवेदनाएं आहत हुई हों तो मैं माफा मांगता हूं।

आशुतोष की माफी और रुलाई
आज दोपहर एक न्यूज चैनल पर आप नेता आशुतोष पार्टी की रैली में खुदकुशी करने वाले किसान गजेंद्र सिंह की बेटी की बात सुनकर फूट-फूट कर रोने लगे। गजेंद्र सिंह की बेटी मेघा भी इस चर्चा का हिस्सा थीं। जब उनसे एक सवाल पूछा गया तो उन्होंने मेघा से कहा, 'अगर आप मानती हैं कि मैं आपके पिता का हत्यारा हूं तो आप मुझे जो सजा देंगी, मुझे स्वीकार होगी। आप कहें तो मैं आपके पास आ जाऊं।' इतना कहकर आशुतोष फूट-फूट कर रोने लगे। उन्होंने कहा कि अब इस मुद्दे पर राजनीति बंद होनी चाहिए।
केजरीवाल की 'फेमस' माफी
केजरीवाल की अब तक की सबसे बड़ी माफी वह है जो उन्होंने दिल्ली में 49 दिन की सरकार चलाने के बाद इस्तीफा दे दिए जाने को गलती मानते हुए मांगी थी। पिछले साल 15 फरवरी को इस्तीफा देने के बाद केजरीवाल ने अब तक के चुनाव नतीजों से कई बार कहा कि पहली बार वाली गलती नहीं करेंगे। इस्तीफा देना उनकी भूल थी और इसके लिए वह माफी मांगते हैं।
आशुतोष की माफी चंद रोज पहले की माफी
22 अप्रैल 2015 को किसान रैली में किसान गजेंद्र की मौत पर आप नेता आशुतोष ने ट्वीट किया- ‘मैं अपनी स्टेटमेंट के लिए माफी मांगता हूं। मुझे खेद है कि मैंने यह कहा।‘ दरअसल आशुतोष ने किसान की मौत के बाद पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा था कि क्या अरविंद केजरीवाल खुद पेड़ पर चढ़ जाते किसान को बचाने के लिए। उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी के लोग पेड़ पर चढ़ने के लिए प्रशीक्षित नहीं हैं। बाद में उन्होंने कहा था कि यदि केजरीवाल किसान को बचाने के लिए जाते तो हो सकता है कि भीड़ में भगदड़ मच जाती। उन्होंने तब यह भी कहा था कि अगली बार से मैं केजरीवाल को कहूंगा कि वह स्टेज से उतरकर जाएं और पेड़ पर चढ़ औऱ लोगों को बचाएं।
कुमार विश्वास की माफी
फरवरी में पिछले ही साल आप पार्टी के कुमार विश्वास ने केरल की नर्सों पर अपनी कथित अपमानजनक टिप्पणी पर माफी मांगी थी। उन्होंने कहा था कि कभी किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की उनकी मंशा नहीं रही है। विश्वास ने ‘आप’ की केरल इकाई को भेजे अपने एक बयान में कहा था कि उन्होंने कभी ‘जान-बूझ कर किसी की भावना को ठेस’ पहुंचाना नहीं चाहा है। कुमार विश्वास ने केरल की नर्सों पर नस्लभेदी टिप्पणी की थी जिसे लेकर काफी हंगामा हुआ था।