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This Article is From Nov 12, 2017

...अब ये स्‍टार्टअप दूर करेगा बड़े शहरों में ट्रैफिक की समस्‍या

दावा है कि स्टार्टअप कंपनी शुरू होने के बाद से अब तक 5,000 से ज्यादा वाहनों को पार्किंग में मदद कर चुके हैं और पार्किंग शुल्क के रूप में 16.7 लाख रुपए जुटाए हे.

...अब ये स्‍टार्टअप दूर करेगा बड़े शहरों में ट्रैफिक की समस्‍या
(प्रतीकात्मक तस्वीर)
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
उनका दावा है कि निजी गैराज लेने के लिए यह देश में पहला एप है.
ऐप से आपको पार्क करने के स्थान से लेकर गैराज तक उपलब्ध हो सकता है.
यह एप कोलकाता, मुंबई और बैंग्लोर में परिचालन कर रहा है.
कोलकाता: बड़े शहरों में अक्सर सड़कों के किनारे वाहनों की लंबी कतारें देखी जाती हैं. जितनी तेजी से वाहनों की संख्या बढ़ रही है उतनी ही तेजी से पार्किंग (गाड़ी खड़ी करनी का स्थान) की समस्या भी. हालांकि कोलकाता की एक स्टार्टअप कंपनी ने ऐसा मंच (एप) बनाया है, जिससे वाहन चालकों की पार्किंग की समस्या से निपटने में आसानी हो. इसकी सहायता से आपको पार्क करने के स्थान से लेकर गैराज तक उपलब्ध हो सकता है. पार्क 24*7 के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविषेक तरफदार ने कहा कि एप की मदद से वाहन (कार) चालक समय बचाने के लिए होटलों, अस्पताओं, दुकानों, पब और स्कूलों की अप्रयुक्त पार्किंग स्थान पर गाड़ी खड़ी कर सकते हैं.

उनका दावा है कि निजी गैराज लेने के लिए यह देश में पहला एप है. इस एप के जरिए आप खाली पड़े स्थान को पार्किग स्थल के रूप में परिवर्तित कर सकते हैं.

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दावा है कि स्टार्टअप कंपनी शुरू होने के बाद से अब तक 5,000 से ज्यादा वाहनों को पार्किंग में मदद कर चुके हैं और पार्किंग शुल्क के रूप में 16.7 लाख रुपए जुटाए हे. पार्किंग स्थल के अनुसार शुल्क तय होता है. शुल्क 20 रुपए प्रति घंटे से शुरू होकर 100 रुपए प्रति दिन तक है. यह एप कोलकाता, मुंबई और बैंग्लोर में परिचालन कर रहा है.

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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